Gurde Ki Pathri : अदरक चाय से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 12, 2023
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अदरक एक ऐसी मसाला जड़ी-बूटी है जिसे हमारे भारतीय भोजन में विभिन्न तरह से इस्तेमाल किया जाता है। यह न केवल स्वाद को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल होती है, बल्कि इसके अनेक औषधीय गुण भी हैं। एक ऐसा गुण है जिसे माना जाता है कि अदरक चाय गुर्दे की पथरी के इलाज में मददगार होती है।
गुर्दे की पथरी तब होती है जब गुर्दे में मिनरल्स और नमक के कण जमा हो जाते हैं और एक दृढ़ कण बना लेते हैं। यह पथरी छोटी हो सकती है या बड़ी, और कभी-कभी यह दर्द और संक्रमण का कारण बन सकती है।
अदरक में अंतिओक्सीडेंट और जलन शामक गुण होते हैं, जो अदरक को उसकी चिकित्सीय शक्तियों के लिए प्रसिद्ध करते हैं। इन गुणों का मानना है कि वे शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं और गुर्दे की पथरी से संबंधित दर्द को शामिल कर सकते हैं।
अदरक चाय बनाने के लिए ताजा अदरक की छोटी-सी टुकड़ी को बारीक-बारीक काट लें और उसे पानी में उबालें। इसे 5 से 10 मिनट तक उबालें, फिर चाय को छलनी से छान लें और इसे गरमा गरम पिएं। कुछ लोग इसमें शहद या नींबू भी जोड़ते हैं ताकि स्वाद और भी बेहतर हो।
हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि अदरक चाय केवल संकेतपूर्ण उपचार है और यह गुर्दे की पथरी को पूरी तरह से निकालने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता है। अगर आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी हो सकती है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
इसके अलावा, अदरक चाय से जुड़े कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे कि पेट की परेशानी, दिल की धड़कन में असमानता या त्वचा में जलन। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो आपको तुरंत अदरक चाय का सेवन बंद कर देना चाहिए और डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
आखिर में, जबकि अदरक चाय के औषधीय गुण समझे जाते हैं और यह कुछ स्थितियों में लाभकारी हो सकता है, यह हमेशा सबसे अच्छा है कि आप अपने शारीरिक स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी चिंता के लिए विशेषज्ञ से सलाह लें। अदरक चाय का सेवन करते समय सतर्क रहें और इसके संभावित प्रभावों को समझने के लिए समझदारी से बढ़ें।