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गर्भवती महिलाओं में गुर्दे की पथरी: जोखिम और समाधान

Updated: Sep 18, 2023

गर्भवती महिलाओं में गुर्दे की पथरी: जोखिम और समाधान

प्रेग्नेंसी, मातृत्व के सबसे खास और खुशियों भरे समय का होता है, लेकिन इस समय महिलाओं के शारीरिक स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं, और इनमें से एक बड़ी मुश्किल समस्या हो सकती है, वह है "गुर्दे की पथरी"।


गुर्दे की पथरी क्या है?


गुर्दे की पथरी या किडनी स्टोन, जिसे मेडिकल भाषा में 'नेफ्रोलिथियसिस' कहा जाता है, एक छोटी सी कड़ी या कड़ीयाँ होती हैं जो गुर्दे के अंदर बनती हैं। ये कड़ीयाँ मूत्रमार्ग के द्वारा गुर्दे से बाहर निकल जाती हैं, लेकिन कई बार ये कड़ीयाँ छोटी होती हैं और मूत्रमार्ग में आकर्षित हो जाती हैं, जिससे दर्द और जलन हो सकती है।


गर्भवती महिलाओं में गुर्दे की पथरी के कारण


गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं के शारीरिक बदलाव के कारण गुर्दे की पथरी का जोखिम बढ़ सकता है। निम्नलिखित कारण इस समस्या को बढ़ा सकते हैं:

  1. गर्भावस्था के हार्मोनल परिवर्तन: हार्मोन्स के बदलने से मूत्रमार्ग में कैल्शियम और अन्य खनिजों की बढ़ती मात्रा हो सकती है, जिससे पथरी का जोखिम बढ़ सकता है।

  2. मूत्रमार्ग के दबाव: गर्भावस्था के कारण गर्भ में दबाव बढ़ सकता है, जिससे मूत्रमार्ग को दबाव में आ सकता है, जो पथरी के बढ़ने के बारे में जोखिम बढ़ा सकता है।


गुर्दे की पथरी के लक्षण


गुर्दे की पथरी के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. पीठ की ओर दर्द: यह दर्द पीठ की ओर से शुरू होकर पेट और कूल्हों की ओर फैल सकता है।

  2. मूत्रमार्ग में जलन: मूत्रमार्ग में पथरी के चलते बहुत जलन हो सकती है।

  3. मूत्रमार्ग से रक्त: पथरी के कारण मूत्रमार्ग से रक्त आ सकता है, जिससे पेशाब का रंग पीला हो सकता है।

  4. मूत्रमार्ग में अवसाद: पथरी की वजह से मूत्रमार्ग में अवसाद या ब्लॉकेज हो सकती है।


गुर्दे की पथरी का समाधान


गर्भवती महिलाओं में गुर्दे की पथरी का समाधान मेडिकल सलाह के आधार पर किया जाना चाहिए। कुछ मामूली पथरियाँ खुद ही पास हो सकती हैं, लेकिन बड़ी पथरियों के लिए चिकित्सक की सलाह जरूरी होती है।

  1. दवाइयाँ: छोटी पथरियों के लिए डॉक्टर दवाइयाँ प्रेस्क्राइब कर सकते हैं जो पथरी को छोटा कर देती हैं ताकि वो मूत्रमार्ग से निकल सके।

  2. सर्जरी: बड़ी पथरियों के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन गर्भवती महिलाओं में सर्जरी का विचार केवल डॉक्टर कर सकते हैं।

  3. प्राकृतिक उपाय: डॉक्टर से सलाह पर प्राकृतिक उपायों का इस्तेमाल करना भी संभावना है, जैसे कि पानी पीना और सही आहार।


सावधानियाँ

गर्भवती महिलाओं को अपने डॉक्टर की सलाह पर अवश्य चलना चाहिए और खुद से किसी भी प्रकार का इलाज न करने का प्रयास करना चाहिए। यदि गुर्दे की पथरी के लक्षण होते हैं, तो डॉक्टर की सलाह बिना देरी किए ही ली जानी चाहिए।


संक्षेप में

गर्भवती महिलाओं में गुर्दे की पथरी एक सामान्य समस्या हो सकती है, जिसका सही समय पर समाधान करना महत्वपूर्ण होता है। सभी महिलाएं अपने गर्भावस्था के दौरान अपने डॉक्टर से नियमित रूप से चेकअप करवानी चाहिए और उनकी सलाह पर अमल करना चाहिए ताकि स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।

 
 

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