गुर्दे की पथरी के बारे में मिथक और उनका विमर्श
- Bionexus India
- Sep 19, 2023
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गुर्दे की पथरी, जिसे किडनी स्टोन्स के नाम से भी जाना जाता है, एक आम स्वास्थ्य समस्या है जिससे अनेक लोग प्रभावित होते हैं। इस समस्या को लेकर कई प्रकार की मिथकें हैं जिसका विमर्श इस लेख में किया जा रहा है।
1.मिथक: पथरी केवल वयस्कों को होती है
विमर्श: यह सच है कि पथरी अधिकतर वयस्कों में ही पाई जाती है, परंतु यह बच्चों और किशोरों में भी हो सकती है। इसके प्रकट होने की संभावना किसी भी आयु वर्ग में हो सकती है।
2.मिथक: पथरी होने का कारण सिर्फ अधिक नमकीन खाना होता है
विमर्श: जबकि अत्यधिक नमक सेवन से पथरी की संभावना बढ़ सकती है, यह इसका एकमात्र कारण नहीं है। अन्य कारणों में शामिल हैं: अपर्याप्त तरल पदार्थ सेवन, अधिक कैल्शियम या उरिक एसिड, और अनुचित आहार।
3.मिथक: पथरी का इलाज सिर्फ शल्य क्रिया ही है
विमर्श: बहुत सारी पथरियाँ स्वाभाविक रूप से या दवाओं की मदद से निकल जाती हैं। शल्य क्रिया तब ही आवश्यक होती है जब पथरी बड़ी हो और मूत्रमार्ग में अवरोध बना देती है।
4.मिथक: पथरी वाले रोगी को दर्द सिर्फ तब होता है जब पथरी गुर्दे से बाहर जाती है
विमर्श: पथरी कभी-कभी तब भी दर्द पैदा कर सकती है जब यह गुर्दे में ही होती है। यह दर्द पथरी की स्थिति और आकार पर निर्भर करता है।
आखिरकार, गुर्दे की पथरी के बारे में जागरूकता और सच्ची जानकारी से ही इसका सही समाधान संभव है। यदि आपको शंका हो तो अपने स्वास्थ्य परामर्शदाता से सलाह लें।