गुर्दे की पथरी: चिकित्सा पर विचार
- Bionexus India
- Sep 20, 2023
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Updated: Sep 21, 2023
गुर्दे की पथरी, जिसे मेडिकल भाषा में 'नेफ्रोलिथियसिस' कहा जाता है, एक सामान्य और परेशानीकर स्वास्थ्य समस्या है जिसमें गुर्दे में पथरी बन जाती है। यह समस्या आमतौर पर तब होती है जब गुर्दे में मौजूद मिनरल्स और अन्य पदार्थ अधिक मात्रा में जम जाते हैं और छोटी सी पथरी की रूप में बन जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप, रोगी को पेट की दर्द, पीठ के निचले हिस्से में दर्द, मूत्रमार्ग में दर्द और मूत्र समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
गुर्दे की पथरी के कारण
गुर्दे की पथरी का मुख्य कारण बढ़ती हुई जीवनशैली और खानपान की गलत आदतें हो सकती हैं। अधिक मात्रा में नमक और प्रोटीन का सेवन, काफी पानी पीने की कमी, तनाव, और सुखी जलवायु में रहने के कारण इस समस्या का प्रकोप बढ़ जाता है। इसके अलावा, गुर्दे की संरचना में रूखापन या गुर्दे के इंफेक्शन भी पथरी के बढ़ने के कारण बन सकते हैं।
गुर्दे की पथरी के लक्षण
गुर्दे की पथरी के लक्षण व्यक्ति के स्वास्थ्य स्तर और पथरी की आकार पर निर्भर करते हैं। छोटी सी पथरी के साथ, रोगी को अक्सर पेट या कमर में दर्द होता है, और मूत्रमार्ग में चुभन या दर्द महसूस होता है। बड़ी पथरी के साथ, गुर्दे के एक बाईल ब्लॉक हो सकते हैं, जिसके कारण पेट और पीठ में तेज दर्द होता है, साथ ही मूत्रमार्ग में ब्लड या मूत्र में से तीन कोणा या पेशाब करने के साथ साथ आवश्यकता हो सकती है।
चिकित्सा और उपाय
गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण होता है। डॉक्टर आमतौर पर पेशाब और गुर्दे के एक्सरे के साथ यूरोलॉजीकल जाँच करते हैं जिससे पथरी की आकार और स्थिति का पता चलता है। इसके आधार पर उपचार की योजना तय की जाती है।
कुछ मामूली पथरियाँ स्वतः ही बाहर निकल जाती हैं, जबकि बड़ी पथरियों के उपचार के लिए चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है। चिकित्सक आमतौर पर बड़ी पथरियों को उल्टाने के लिए लेजर या सुर्जरी का सुझाव देते हैं।
रोकथाम और सावधानियाँ
गुर्दे की पथरी से बचाव के लिए सही खानपान और स्वास्थ्य जीवनशैली महत्वपूर्ण हैं। प्रतिदिन पर्यापन पानी पीना, नमक की मात्रा को कम करना, ताजा फल और सब्जियाँ खाना, और तनाव को कम करने का प्रयास करना गुर्दे की पथरी से बचने में मदद कर सकता है।
समाप्तिमें, गुर्दे की पथरी एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जिसका उपचार उपयुक्त चिकित्सक द्वारा किया जा सकता है। इसके साथ ही, स्वस्थ जीवनशैली के पालन से इस समस्या से बचा जा सकता है, जिससे गुर्दे के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सकता है।