गुर्दे की पथरी में अल्ट्रासोनोग्राफी: कैसे मदद करता है?
- Bionexus India
- Sep 19, 2023
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Updated: Sep 20, 2023
गुर्दे की पथरी, जिसे आमतौर पर 'किडनी स्टोन' के नाम से जाना जाता है, एक सामान्य लक्षण है जो किसी भी वयस्क को प्रभावित कर सकता है। इस रोग का मुख्य कारण होता है कि गुर्दे में बने छोटे से पैसे किसी भी कारणवश बड़े हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पेशाब में तेज दर्द और यूरीन के बाहर से गुजरते समय तकलीफ होती है।
इस प्रमाणीकरण और उपचार के लिए विभिन्न तरीकों का सहायक आदान-प्रदान किया जाता है, और अल्ट्रासोनोग्राफी एक ऐसा महत्वपूर्ण डायग्नोस्टिक टूल है जिससे गुर्दे की पथरी की जांच की जा सकती है।
अल्ट्रासोनोग्राफी क्या होती है?
अल्ट्रासोनोग्राफी एक गुर्दे की पथरी की जांच के लिए आवश्यक यूरोलॉजीकल टेस्ट होता है जिसमें उच्च-आवृत्ति से गन्धर्व स्वरूपी गुंथा को दिखाने के लिए उच्च-आवृत्ति ध्वनि तरंगों का प्रयोग किया जाता है। यह टेस्ट बिना किसी रेडिएशन के पेशाब के माध्यम से गुर्दे की पथरी का पता लगाने में मदद करता है।
अल्ट्रासोनोग्राफी कैसे मदद करता है?
पथरी का पता लगाना: अल्ट्रासोनोग्राफी गुर्दे में मौजूद पथरी को जांचने में सबसे प्रमुख रूप से मदद करती है। यह टेस्ट पथरी के आकार, स्थान, और प्रकार को स्पष्ट रूप से दिखा सकता है, जिससे डॉक्टर को सही उपचार की गाइडेंस देने में मदद मिलती है।
संभावित समस्याओं की पहचान: अल्ट्रासोनोग्राफी डॉक्टर को गुर्दे के अन्य संभावित समस्याओं की पहचान में भी मदद करती है, जैसे कि गुर्दे में सूजन या किसी और तरह की रोगों की जांच।
उपचार की गाइडेंस: जब गुर्दे में पथरी की जांच होती है, तो डॉक्टर इस जांच के परिणामों के आधार पर उपचार की गाइडेंस देते हैं। यह टेस्ट पेशाब के पथरी को बाहर करने के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए, इसे स्पष्ट करने में मदद करता है।
संक्षेप में
गुर्दे की पथरी एक चिकित्सकीय समस्या होती है जिसका पता लगाने और उपचार करने में अल्ट्रासोनोग्राफी महत्वपूर्ण टूल होता है। यह टेस्ट गुर्दे की पथरी के आकार और स्थान को स्पष्ट रूप से दिखा सकता है, जिससे सही उपचार की गाइडेंस मिल सकती है। इसके बावजूद, कृपया ध्यान दें कि चिकित्सकीय सलाह के बिना कोई भी उपचार न करें, और अपने चिकित्सक से सलाह लें।