गुर्दे की पथरी में आहारिक योजना: डॉक्टर की सलाह
- Bionexus India
- Sep 19, 2023
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Updated: Sep 20, 2023
गुर्दे की पथरी एक आम स्वास्थ्य समस्या है जिसमें किडनी के अंदर स्त्रावित रसों में से सॉलिड पदार्थ बन जाते हैं, जिन्हें पथरी कहा जाता है। यह समस्या दर्दनाक हो सकती है और उपचार की सही योजना आवश्यक होती है। डॉक्टरों की सलाह पर आहारिक योजना एक महत्वपूर्ण भाग होता है जो पथरी के रोगियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस लेख में, हम गुर्दे की पथरी के रोगियों के लिए सही आहारिक योजना पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
1. पर्यापन का महत्व: गुर्दे की पथरी के रोगियों के लिए पर्यापन का महत्वपूर्ण होता है। ये पानी, रसोई में खड़ी मिट्टी, और सारे प्रकार की अन्य पथरियों के बनने के आसपास जमा हो सकती हैं। पर्यापन की मात्रा को कम करने से पथरी के जोखिम को कम किया जा सकता है।
2. प्रोटीन की मात्रा: प्रोटीन खाना अच्छा होता है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा का सेवन न करें। ज्यादा प्रोटीन खाने से यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे पथरी के जोखिम में वृद्धि हो सकती है।
3. कैल्शियम और ओक्सलेट्स:
कैल्शियम और ओक्सलेट्स से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें। इनका अधिक सेवन पथरी के बनने के खतरे को बढ़ा सकता है।
4. फाइबर समृद्ध आहार:
फाइबर समृद्ध आहार की मात्रा बढ़ाएं, क्योंकि यह पथरी के जोखिम को कम कर सकता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों में अनाज, फल, सब्जियाँ, और अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल हो सकते हैं।
5. विटामिन सी:
विटामिन सी पथरी के खिलाफ मददगार हो सकता है। इसे खासकर सीताफल, नारंगी, अमरूद, गुआवा, और अन्य फलों में पाया जाता है।
6. पानी पीना:
सबसे महत्वपूर्ण बात है पानी पीना। प्रतिदिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह पथरी के रोगियों को पथरी को बाहर निकालने में मदद कर सकता है।
7. डॉक्टर की सलाह:
सभी रोगियों को डॉक्टर की सलाह पर आधारित आहारिक योजना का पालन करना चाहिए। डॉक्टर के सुझावों के बिना किसी भी परिवर्तन को अपनाने से बचें।
गुर्दे की पथरी के रोगियों के लिए सही आहारिक योजना का पालन करने से इस समस्या का प्रबंधन किया जा सकता है और उन्हें दर्दनाक परिस्थितियों से बचाव मिल सकता है। यदि आपको इस समस्या से जुड़े सवाल हैं, तो कृपया अपने चिकित्सक से सलाह लें और डॉक्टर की सलाह का पालन करें।