गुर्दे की पथरी में विटामिन और मिनरल्स का महत्व
- Bionexus India
- Sep 19, 2023
- 2 min read
Updated: Sep 20, 2023
गुर्दे की पथरी (Kidney Stones) एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें किडनी में संघटित मिनरल्स और सॉल्ट्स के कण गठित हो जाते हैं, जिससे यह पथरी बनती है। यह समस्या अच्छे आहार और जीवनशैली के परिणामस्वरूप हो सकती है, लेकिन विटामिन और मिनरल्स का सही मात्रा में आपके आहार में होना भी गुर्दे की पथरी से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
1. कैल्शियम का महत्व: कैल्शियम गुर्दे की पथरी के खिलाफ प्रमुख योगदान करता है। यह मद किडनी के क्षेत्र में कैल्शियम की जमने को रोकता है और पथरी के बनने की संभावना को कम करता है। दूध, दही, पनीर, ब्रोकली, और अम्रूद जैसे आहार स्रोतों से कैल्शियम प्राप्त किया जा सकता है।
2. पोटैसियम की महत्व: पोटैसियम भी गुर्दे की पथरी से बचाव में मदद कर सकता है। यह विटामिन अबनाना, नाशपाती, और फलियों में पाया जाता है, जो कैल्शियम की व्यापकता को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
3. विटामिन D का योगदान: विटामिन D की भरपूर मात्रा की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह कैल्शियम के सहायक होता है जो किडनी की पथरी की रोकथाम में मदद करता है। सूरज की किरणों से मिलने वाला विटामिन D एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकता है, लेकिन धूप में समय बिताने के साथ-साथ डाइट में विटामिन D युक्त आहार भी शामिल करें।
4. जलपान का महत्व: अच्छे से हाइड्रेटेड रहना गुर्दे की पथरी को रोकने में महत्वपूर्ण है। पर्यापन में पानी की अधिक मात्रा से किडनी के तंतु को धोया जा सकता है और पथरी के निर्माण को रोका जा सकता है।
5. अल्कालाइन आहार का पालन: अल्कालाइन आहार, जैसे कि फल, सब्जियाँ, और खीरे, किडनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। ये आहार पथरी के बनने की संभावना को कम कर सकते हैं।
समापन:
गुर्दे की पथरी की समस्या से बचाव के लिए सही पोषण महत्वपूर्ण है। विटामिन और मिनरल्स का सही मात्रा में आहार में शामिल करना और पर्यापन में पानी की अधिक मात्रा से रहना, किडनी स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है। साथ ही, योग्य चिकित्सक सलाह की भी आवश्यकता होती है, जब किडनी पथरी के लक्षण प्रकट होते हैं।