गुर्दे की पथरी: समाज में जागरूकता बढ़ाने के उपाय
- Bionexus India
- Sep 19, 2023
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गुर्दे की पथरी एक आम स्वास्थ्य समस्या है जिससे कई लोग परेशान रहते हैं। यह समस्या गुर्दे की पिड़ियों में पथरी का बन जाना है और यह बहुत ही दर्दनाक हो सकता है। गुर्दे की पथरी को रोकने और इसके खतरों से बचाव के लिए समाज में जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम गुर्दे की पथरी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे और इसके खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के कुछ उपायों पर चर्चा करेंगे।
गुर्दे की पथरी क्या है?
गुर्दे की पथरी, जिसे वज्रकयाबंधी (Nephrolithiasis) भी कहा जाता है, एक स्थूलकंद पथरी होती है जो कि गुर्दे के अंदर बनती है। यह पथरी किसी भी आयु में हो सकती है और इसकी प्रमुख वजहें शामिल हैं - पर्यापन, कम पानी पीना, अधिक नमक खाना, और आलस्य।
गुर्दे की पथरी के लक्षण
गुर्दे की पथरी के लक्षणों में पीठ या पेट के निचले हिस्से में दर्द, पेशाब में बदलता रंग और गुर्दे की पीड़ में बढ़ोतरी शामिल है।
गुर्दे की पथरी के खतरे
गुर्दे की पथरी अकेले दर्द और आयरनिया के रूप में दिख सकती है, लेकिन यह अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी खतरा पैदा कर सकती है, जैसे कि गुर्दे की संक्रमण या गुर्दे की कमी।
गुर्दे की पथरी के जागरूकता के उपाय
सही आहार: लोगों को सही आहार की ओर प्रोत्साहित करना चाहिए। कम नमक और अधिक पानी पीने के साथ खुबसुरत सेहत के लिए फल और सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए।
पानी पीना: लोगों को रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए, जिससे कि गुर्दे में पथरी न बने।
नियमित व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधियाँ गुर्दे की स्वस्थ रखने में मदद कर सकती हैं।
डॉक्टर की सलाह: यदि आपको गुर्दे के लक्षण या दर्द महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।