Kidney Stones : टोफू से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 9, 2023
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Updated: Oct 10, 2023
टोफू, जो सोयाबीन से बनता है, वह एक प्रकार का प्रोटीन स्रोत है जिसे पूरी दुनिया में खाया जाता है। टोफू में फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नेशियम, आयरन, और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। विगत कुछ वर्षों से अनेक अध्ययन इस बात का संकेत दे रहे हैं कि टोफू का सेवन गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम कर सकता है।
टोफू और गुर्दे की पथरी:
ऑक्सलेट और पथरी: अक्सलेट एक प्रकार का यौगिक है जो पथरी के निर्माण में भूमिका निभाता है। अध्ययनों में पाया गया है कि टोफू में सम्मिलित पोषक तत्व ऑक्सलेट के स्तर को नियंत्रित रखते हैं।
प्रोटीन स्रोत: टोफू एक अच्छा प्रोटीन स्रोत है लेकिन यह जानवरी प्रोटीन की तुलना में अधिक प्लांट-बेस्ड है। जानवरी प्रोटीन का अधिक सेवन गुर्दे की पथरी के जोखिम को बढ़ा सकता है, जबकि टोफू जैसे प्लांट-बेस्ड प्रोटीन स्रोत पथरी के जोखिम को कम कर सकते हैं।
मैग्नेशियम: टोफू में मैग्नेशियम होता है जो पथरी निर्माण को रोकने में सहायक होता है। मैग्नेशियम ऑक्सलेट को उरीन से जुड़ने से रोकता है, जिससे पथरी का निर्माण नहीं होता।
कैल्शियम: जब भी कैल्शियम ऑक्सलेट से जुड़ जाता है, तो यह पथरी बना सकता है। हालांकि, टोफू में कैल्शियम होता है जो आहार में होते हुए भी ऑक्सलेट से जुड़ने से रोक सकता है, जिससे उसका स्तर उरीन में कम होता है।
पानी का सेवन: टोफू आपको हाइड्रेटेड रखता है, जिससे उरीन की प्रवृत्ति बढ़ती है और यह पथरी के निर्माण को रोकता है।
निष्कर्ष:
टोफू का सेवन करने से गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम किया जा सकता है। हालांकि, केवल टोफू का सेवन करने से पूरी तरह से पथरी से मुक्ति पाना संभव नहीं है। टोफू आपके आहार का एक हिस्सा होना चाहिए, लेकिन इसे अन्य सेहतमंद जीवनशैली अभ्यासों के साथ जोड़ना भी महत्वपूर्ण है, जैसे कि पर्याप्त पानी पीना, संतुलित आहार लेना, और नियमित रूप से व्यायाम करना।
अगर आपको गुर्दे की पथरी की समस्या है तो आपको चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। टोफू का सेवन करने से पहले यदि आपके पास किसी प्रकार की सेहत संबंधित समस्या है, तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।