नींबू, जिसे हम आमतौर पर खाने और पेय में इस्तेमाल करते हैं, वह भी अनेक स्वास्थ्य समस्याओं के प्राकृतिक उपचार के रूप में जाना जाता है। नींबू में सिट्रिक एसिड पाया जाता है जिससे यह माना जाता है कि यह गुर्दे की पथरी को घटाने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं कैसे।
नींबू और सिट्रिक एसिड
नींबू और अन्य संघटक फलों में सिट्रिक एसिड पाया जाता है। जब हम नींबू पानी या नींबू जूस पीते हैं, तो सिट्रिक एसिड हमारी मूत्र प्रणाली में जाता है, जहां यह कैल्शियम के अधिक संचार को रोकने में मदद कर सकता है। कैल्शियम एक प्रमुख तत्व है जो गुर्दे की पथरी के निर्माण में शामिल होता है।
नींबू और पथरी का संबंध
अनेक अध्ययनों में पाया गया है कि सिट्रिक एसिड की उचित मात्रा का सेवन करने से पथरी का जोखिम कम होता है। सिट्रिक एसिड विशेष रूप से कैल्शियम ऑक्सलेट पथरी के रिस्क को कम कर सकता है, जो कि सबसे आम प्रकार की पथरी है।
नींबू का सेवन कैसे करें
अगर आप नींबू के फायदे का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप नींबू पानी पी सकते हैं। एक बड़ा नींबू दबा कर उसका जूस एक गिलास पानी में मिला सकते हैं। इसे रोजाना पीने से आपको सिट्रिक एसिड की आवश्यक मात्रा मिलेगी।
सावधानियां और अन्य उपाय
हालांकि नींबू से पथरी के उपचार में मदद मिल सकती है, फिर भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ज्यादा मात्रा में नींबू जूस पीने से पेट में जलन और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, अधिक मात्रा में जूस पीने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
अगर आपको पहले से ही पथरी की समस्या है, तो केवल नींबू जूस पीने से इसका समाधान नहीं होगा। आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए और उनके निर्देशानुसार उपचार करवाना चाहिए।
निष्कर्ष
नींबू में सिट्रिक एसिड की उपस्थिति के कारण यह गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम कर सकता है। फिर भी, किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य समस्या के लिए प्राकृतिक उपचार को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। यदि आपको लगता है कि आपको पथरी की समस्या है या आप पथरी के जोखिम को कम करना चाहते हैं, तो आपको चिकित्सक के साथ परामर्श करना चाहिए।