पथरी और उसका संबंध उच्च रक्तचाप से
- Bionexus India
- Sep 19, 2023
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Updated: Sep 20, 2023
पथरी (किड़नी स्टोन) एक आम स्वास्थ्य समस्या है जिसमें किड़नी के अंदर संघटित मिनरल्स या कैल्शियम सैंड की बनाई जाती है। यह समस्या किड़नी के पासाग से जुड़ी होती है और इसके लक्षण दर्द, मूत्र में रक्त, और तकलीफ आने के साथ होते हैं। यहाँ, हम जानेंगे कि पथरी और उच्च रक्तचाप के बीच कैसा संबंध हो सकता है।
पथरी और उच्च रक्तचाप के बीच संबंध
कैल्शियम का अधिशेषन: जब शरीर में अधिशेष कैल्शियम होता है, तो यह किड़नी स्टोन के रूप में जमा हो सकता है। यह कैल्शियम का अधिशेषन उच्च रक्तचाप के साथ होता है, जो किड़नी की जानिब में दबाव डाल सकता है और स्टोन के निर्माण का कारण बन सकता है।
विस्तारित रक्तदाब: उच्च रक्तचाप के रोगियों में किड़नी के रक्त प्रसारण में समस्या हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप कैल्शियम और अन्य खनिज तत्वों का बढ़ा होता है, जिससे पथरी का बनने का खतरा बढ़ जाता है।
मूत्र की गुणवत्ता: उच्च रक्तचाप के कारण मूत्र की गुणवत्ता कम हो सकती है, और यह सूजन और तकलीफ का कारण बन सकता है, जिससे मूत्र स्टोन के निर्माण के लिए अधिक संवेदनशील हो सकता है।
दर्द की समस्या: पथरी के दर्द के बारे में जाना गया है कि यह उच्च रक्तचाप के रोगियों में अधिक आम हो सकता है, क्योंकि वे डॉक्टरों की सलाह और दवाओं के बिना बादलते रह सकते हैं, जो बाद में पथरी का कारण बन सकता है।
उच्च रक्तचाप से बचाव और पथरी का खतरा कम करने के उपाय
नियमित रूप से डॉक्टर की सलाह और निर्देशन का पालन करें ताकि आपका रक्तचाप नियंत्रित रहे।
अपने आहार में सोडियम की मात्रा को कम करें, क्योंकि यह रक्तचाप को बढ़ा सकता है।
पीने के पानी की मात्रा बढ़ाएं, क्योंकि यह किड़नी स्टोन के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।
योग और व्यायाम को अपने जीवन में शामिल करें, क्योंकि यह उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है।
निष्कर्षण
पथरी और उच्च रक्तचाप के बीच संबंध हो सकता है, और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने और स्वस्थ जीवनशैली के माध्यम से इस समस्या के खतरे को कम किया जा सकता है। डॉक्टर की सलाह और निर्देशन का पालन करना हमेशा महत्वपूर्ण होता है ताकि आपका स्वास्थ्य हमेशा ठीक रहे।