यैरो से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Sep 29, 2023
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नमस्ते पाठकों!
गुर्दे की पथरी, जिसे 'किडनी स्टोन' भी कहते हैं, एक आम समस्या है जिससे बहुत सारे लोग प्रभावित होते हैं। आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में जानेंगे कि कैसे यैरो तकनीक से इस प्रश्न का समाधान किया जा सकता है।
क्या है यैरो?
यैरो या 'लिथोत्रिप्सी' एक नॉन-इन्वेसिव प्रक्रिया है जिसमें उच्च तरंग ध्वनियाँ उत्पन्न की जाती हैं ताकि पथरी को टूटकर छोटे टुकड़ों में बदल दिया जा सके। कैसे काम करता है यैरो?
डायग्नोस्टिक उल्ट्रासोनड़ और एक्स-रे: इससे डॉक्टर पथरी का स्थान और आकार जानते हैं।
तरंग प्रसारण: एक विशेष मशीन से उच्च तरंग ध्वनियाँ पथरी पर प्रेषित की जाती हैं।
पथरी का विघटन: ध्वनियों के प्रभाव से पथरी टूटकर छोटे टुकड़ों में बदल जाती है जो कि मूत्र मार्ग से आसानी से बाहर निकल जाते हैं।
यैरो की विशेषताएँ:
नॉन-इन्वेसिव: यह प्रक्रिया में कोई चीर फाड़ की आवश्यकता नहीं होती।
कम दर्द: प्रक्रिया के दौरान और बाद में भी कम दर्द होता है।
अस्पताल में कम समय: अधिकतर मामलों में रोगी को अस्पताल में एक रात से अधिक नहीं रहना पड़ता।
निष्कर्ष:
यैरो से गुर्दे की पथरी का इलाज सुरक्षित और प्रभावी है। यदि आप या आपके परिवार के किसी सदस्य को गुर्दे की पथरी है, तो आप अपने चिकित्सक से इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ध्यान दें: इस जानकारी को डॉक्टर की सलाह के रूप में न लें। अगर आपको गुर्दे की पथरी की समस्या है, तो कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें।