Kidney Stones : योग आसनों से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 4, 2023
- 2 min read
गुर्दे की पथरी एक सामान्य समस्या है, जिससे अधिकतर लोग परेशान होते हैं। यह समस्या जब गुर्दे में छोटे और कठिन कण बन जाते हैं तब होती है। आधुनिक चिकित्सा में इसके विभिन्न उपचार उपलब्ध हैं, लेकिन योग आसनों से भी इस समस्या को दूर किया जा सकता है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक संतुलन और ऊर्जा की भी वृद्धि करता है।
योग आसन शरीर के विभिन्न अंगों और अंगप्रदेशों को सक्रिय और स्वस्थ रखते हैं, जिससे गुर्दे की पथरी जैसी समस्याओं से मुक्ति पाने में मदद मिलती है।
1. भुजंगासन (Cobra Pose):
भुजंगासन गुर्दों के लिए उपयोगी है, क्योंकि यह उन्हें मजबूती प्रदान करता है। यह आसन गुर्दे के उत्तम कामकाज को बढ़ावा देता है और पथरी से होने वाले दर्द को कम करता है।
2. पवनमुक्तासन (Wind-Relieving Pose):
यह आसन पेट के निचले हिस्से की मालिश करता है और इससे अंत्रों में गैस की समस्या दूर होती है। यह गुर्दों की सही क्रियावली में मदद करता है।
3. नौकासन (Boat Pose):
नौकासन गुर्दों और पेट की मजबूती के लिए बेहद उपयोगी है। यह आसन गुर्दों को सक्रिय बनाए रखता है और पथरी से होने वाले दर्द को भी राहत प्रदान करता है।
4. उष्ट्रासन (Camel Pose):
उष्ट्रासन गुर्दों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए अधिक उपयोगी है। इससे गुर्दों की रक्त संचार में सुधार होता है, जिससे पथरी की समस्या कम होती है।
5. पस्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend):
यह आसन पेट की मासपेशियों को खिंचता है, जिससे गुर्दों की क्रियावली में सुधार होता है।
योग के साथ-साथ, यदि आप अच्छा जीवनशैली अपनाते हैं, जैसे कि पर्याप्त जल सेवन करना, संतुलित आहार लेना, और तले हुए और मिर्च मसाले वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करना, तो गुर्दे स्वस्थ रहते हैं और पथरी की समस्या की संभावना कम होती है।
निष्कर्ष:
आज की जीवन शैली में, जब हम अपनी सेहत को नकारात्मक प्रभावित होते हुए देख रहे हैं, तब योग हमें शारीरिक और मानसिक रूप से संतुलित रखने में मदद करता है। योग आसनों का अभ्यास न केवल गुर्दे की पथरी जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करता है, बल्कि यह आपको आंतरिक रूप से मजबूत और सक्रिय भी बनाता है। फिर भी, किसी भी आसन का अभ्यास करने से पहले, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप उस आसन की सही तकनीक और विधि जानते हैं। इसलिए, यदि आप नये हैं, तो योग शिक्षक की मार्गदर्शन में ही आसनों का अभ्यास करें।