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Kidney Stones : रस्पबेरी पत्तियों की चाय से गुर्दे की पथरी का इलाज


Kidney Stones : रस्पबेरी पत्तियों की चाय से गुर्दे की पथरी का इलाज

रस्पबेरी पत्तियाँ :


रस्पबेरी, जिसे हिंदी में 'रसभरी' भी कहते हैं, एक मीठा फल है जिसे खासतौर पर उत्तरी क्षेत्रों में पाया जाता है। इसके पत्तियाँ भी इसके फल की तरह पौष्टिकता से भरपूर होती हैं।

रस्पबेरी पत्तियों की चाय के फायदे :


रस्पबेरी पत्तियों की चाय को विभिन्न स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के लिए पीने के लाभ होते हैं। यह चाय तंतू और मांसपेशियों को शिथिल करने में मदद कर सकती है, जिससे दर्द और सूजन में कमी आती है।

गुर्दे की पथरी :


गुर्दे की पथरी तब होती है जब गुर्दे में मौजूद मिनरल्स और नमक का संचारण बंद हो जाता है, जिससे वे एकत्रित होकर पथरी का रूप लेते हैं। यह समस्या अधिकतर लोगों को परेशान करती है और इसका इलाज अधिकतर औषधीय तरीके से ही होता है।

रस्पबेरी पत्तियों की चाय और गुर्दे की पथरी :


कई लोग मानते हैं कि रस्पबेरी पत्तियों की चाय पीने से गुर्दे की पथरी को तोड़ने में मदद मिलती है। इस चाय में मौजूद तत्व उन मिनरल्स को तोड़ सकते हैं जो पथरी के रूप में जमे होते हैं। इसके अलावा, इस चाय में दीउरेटिक गुण होते हैं जिससे मूत्राशय में मूत्र की प्रमाणिकता बढ़ जाती है, और इससे पथरी को बाहर निकालने में मदद मिलती है।

हालांकि, यह भी सत्य है कि सभी व्यक्तियों पर इसका प्रभाव समान नहीं होता है। कई लोगों को इससे लाभ होता है, जबकि कुछ लोगों को नहीं।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण :


वैज्ञानिक अध्ययनों में अब तक इस पर स्पष्ट जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है कि रस्पबेरी पत्तियों की चाय से गुर्दे की पथरी का इलाज संभव है या नहीं। हालांकि, ऐतिहासिक रूप से और पारंपरिक चिकित्सा में इसका उल्लेख किया जाता रहा है।

निष्कर्ष :


रस्पबेरी पत्तियों की चाय पीने से गुर्दे की पथरी के इलाज में मदद हो सकती है, लेकिन इसे पूरी तरह से मान्यता प्राप्त करने से पहले अधिक वैज्ञानिक अध्ययन की आवश्यकता है। अगर किसी को गुर्दे की पथरी है, तो वह इस चाय का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।


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