व्हाइट विलो बार्क से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Sep 29, 2023
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नमस्ते पाठकों!
आज हम एक ऐसे अद्वितीय उपाय के बारे में जानेंगे, जिसका उल्लेख अनेक प्राचीन ग्रंथों में होता है और जो गुर्दे की पथरी के इलाज में सहायक होता है - व्हाइट विलो बार्क।
व्हाइट विलो बार्क क्या है?
व्हाइट विलो बार्क सलिक्स अल्बा नामक पेड़ की छाल से प्राप्त की जाती है। इसमें सालिसिलिक एसिड होता है, जो प्राकृतिक रूप से दर्द और सूजन को कम करने में सहायक होता है।
गुर्दे की पथरी क्या होती है?
जब गुर्दे में मिनरल और लवण की अधिकता होती है, तो ये अणु एक साथ जुड़कर पथरी बना देते हैं। ये पथरी चुटकुला से बड़े आकार की हो सकती है और इसके चलते व्यक्ति को अधिक पीड़ा होती है।
व्हाइट विलो बार्क से इलाज:
व्हाइट विलो बार्क का सेवन गुर्दे की पथरी के इलाज में बहुत ही प्रभावकारी साबित हुआ है। इसका सेवन निम्नलिखित प्रकार से किया जाता है:
व्हाइट विलो बार्क चाय: व्हाइट विलो बार्क की छाल को पानी में उबालकर इसकी चाय बनाई जाती है। इस चाय का सेवन रोजाना करने से पथरी की पीड़ा में राहत मिलती है।
तेल में लागू: व्हाइट विलो बार्क के तेल को प्रभावित स्थान पर लागू करने से सूजन और दर्द में आराम मिलता है।
कैप्सूल और टैबलेट: बाजार में व्हाइट विलो बार्क के कैप्सूल और टैबलेट भी उपलब्ध हैं जो गुर्दे की पथरी के इलाज में सहायक होते हैं।
सावधानियां:
इसे सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है, इसलिए पहली बार सेवन करते समय सावधान रहें।
अंत में, व्हाइट विलो बार्क एक प्राकृतिक उपाय है जो गुर्दे की पथरी के इलाज में सहायक हो सकता है, लेकिन इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
धन्यवाद! आगे के पोस्ट में फिर मुलाकात होगी।