आज हम बात करेंगे एक ऐसे मसाले के बारे में जो न केवल आपकी खान-पान में स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिए भी लाभदायक है। हम बात कर रहे हैं 'रोजमैरी' की, जिसे हिंदी में 'रुसमरी' भी कहते हैं। चलिए जानते हैं कैसे सूखा रोजमैरी से गुर्दे की पथरी का इलाज किया जा सकता है।
रोजमैरी क्या है?
रोजमैरी एक प्रकार की झाड़ी है जिसकी पत्तियां स्पाइस के रूप में उपयोग की जाती हैं। इसमें अनेक प्रकार के औषधीय गुण होते हैं जिससे यह कई बीमारियों में उपयोगी साबित होती है।
गुर्दे की पथरी क्या है?
गुर्दे में जब मिनरल्स और नमक का अधिक संचय होता है तो वह पथरी बना देते हैं। यह पथरी गुर्दे में दर्द और संक्रमण का कारण बनती है। सूखा रोजमैरी से गुर्दे की पथरी का इलाज:
रोजमैरी टी: सूखा रोजमैरी को पानी में उबालकर टी बना सकते हैं। इसे दिन में दो बार पीने से पथरी में आराम मिलता है।
रोजमैरी तेल: रोजमैरी का तेल भी उपलब्ध है जो पीठ और पेट पर मालिश करने से दर्द में आराम प्रदान करता है।
आहार में शामिल करें: अपनी रोजाना की सब्जियों और सलाद में सूखा रोजमैरी डालकर भी इसके फायदे उठा सकते हैं।
सावधानियां:
रोजमैरी के अधिक सेवन से ज्यादा मात्रा में फिटोकेमिकल्स शरीर में संचित हो सकते हैं, जिससे उल्टी या डायरिया की समस्या हो सकती है।
यदि आप किसी और दवा पर हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि रोजमैरी कुछ दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकती है।
निष्कर्ष:
जबकि सूखा रोजमैरी कई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान प्रदान कर सकता है, फिर भी गुर्दे की पथरी जैसी गंभीर समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह लेना अत्यंत जरूरी है।