सूखी हल्दी से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 2, 2023
- 2 min read
Updated: Oct 3, 2023
हल्दी, जिसे टर्मेरिक भी कहा जाता है, वह एक ऐसी मसाला है जिसका उपयोग हमारे भारतीय खाने में हर दिन होता है। इसके अलावा, हल्दी के अनगिनत स्वास्थ्य लाभ भी हैं जो कई शताब्दियों से प्रतिपादित होते आए हैं। इसमें कुर्कुमिन नामक यौगिक होता है जो एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। इस लेख में हम देखेंगे कि कैसे सूखी हल्दी से गुर्दे की पथरी का इलाज किया जा सकता है।
हल्दी और गुर्दे की पथरी:
एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण: हल्दी में पाए जाने वाले कुर्कुमिन से गुर्दे की सूजन को कम किया जा सकता है, जो पथरी के कारण हो सकती है।
मूत्र संचार में सुधार: हल्दी पीने से मूत्र की प्रवृत्ति में सुधार होता है जिससे पथरी के कण बाहर निकल सकते हैं।
अंतारिक अधिक शुद्धि: हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो उत्तम आंतरिक स्वच्छता प्रदान करते हैं और पथरी का निर्माण रोकते हैं।
हल्दी का सेवन कैसे करें:
हल्दी वाला दूध: रोजाना रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में एक छोटी चम्मच हल्दी मिलाकर पिए।
हल्दी वाला पानी: सुबह खाली पेट एक गिलास गरम पानी में हल्दी मिलाकर पीने से भी फायदा होता है।
हल्दी कैप्सूल: अगर आप हल्दी का स्वाद पसंद नहीं करते, तो आप हल्दी कैप्सूल भी ले सकते हैं। लेकिन, इसके लिए डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
निष्कर्ष:
हल्दी के अनेक स्वास्थ्य लाभ होते हैं, और यह गुर्दे की पथरी के इलाज में भी मददगार साबित हो सकता है। फिर भी, अगर आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी है, तो सबसे पहली बात तो आपको अपने निजी डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
ध्यान दें: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह की चिकित्सा या उपचार की सलाह नहीं है।