अंगूर, जिसे विश्वभर में एक स्वास्थ्यप्रद फल के रूप में माना जाता है, इसकी अद्भुत और आयुर्वेदिक गुणों का उल्लेख विभिन्न शास्त्रों में होता है। अंगूर के बीज से प्राप्त तेल भी कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, जिसमें से एक गुर्दे की पथरी का प्राकृतिक इलाज भी शामिल है।
अंगूर बीज तेल के गुण:
अंगूर बीज तेल में अनेक पोषक तत्व और जैविक यौगिक होते हैं, जो अंतिओक्सीडेंट, ज्वरनाशक और शोथ नाशक गुणवत्ता प्रदान करते हैं। इसमें से कुछ मुख्य यौगिक लिनोलेइक एसिड, ओलिक एसिड और पाल्मिटिक एसिड हैं।
गुर्दे की पथरी और इसके कारण:
गुर्दे की पथरी तब होती है जब गुर्दे में उपस्थित मिनरल और नमक के कणिकाएं जम जाती हैं और एक ठोस गोला बना लेती हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे अधिक मात्रा में कैल्शियम, अधिक नमक की खपत, पानी की कम सेवन आदि।
अंगूर बीज तेल और गुर्दे की पथरी:
जल निकासी में सहायक: अंगूर बीज तेल में उपस्थित यौगिक शरीर में जल निकासी को बढ़ावा देते हैं, जिससे पथरी का निर्माण होने का खतरा कम होता है।
शोथ को कम करना: अंगूर बीज तेल में शामिल अन्तिओक्सीडेंट और ज्वरनाशक गुण पथरी से होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
पथरी के निर्माण को रोकना: अंगूर बीज तेल की नियमित सेवन से पथरी के निर्माण के कारण बनने वाले यौगिकों को बाहर निकालने में मदद मिलती है, जिससे पथरी का निर्माण नहीं होता।
अंगूर बीज तेल का सेवन:
अंगूर बीज तेल को सीधा सेवन कर सकते हैं, या फिर किसी भी खाद्य पदार्थ में मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है। यह तेल सलाद, सूप या स्मूदी में भी मिलाकर प्रयोग किया जा सकता है।
निष्कर्ष:
अंगूर बीज तेल गुर्दे की पथरी का प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय हो सकता है, लेकिन यह जरूरी है कि इसे सेवन से पहले विशेषज्ञ की सलाह ली जाए। यदि आपको पथरी की समस्या है तो इसे नजरअंदाज न करें और चिकित्सक से संपर्क करें।