एल्डरबेरीज, जिसे हिंदी में 'संभूल' भी कहा जाता है, एक प्राचीन औषधीय पौधे के फल के रूप में पहचाना जाता है। यह अनेक औषधीय गुणों से भरपूर होता है, जिसमें से एक गुण गुर्दे की पथरी के इलाज में इसकी प्रभावशीलता है।
एल्डरबेरीज के गुण:
एल्डरबेरीज में विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, और जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर की प्रतिरोध प्रणाली को मजबूती प्रदान करते हैं। इसके अलावा, यह शरीर में उपस्थित ज़हरीले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे गुर्दे स्वस्थ रहते हैं।
गुर्दे की पथरी और इसके कारण:
गुर्दे की पथरी तब होती है जब गुर्दे में उपस्थित खनिज और नमक की अधिक मात्रा जम जाती है और ठोस अवस्था में परिवर्तित हो जाती है। यह पथरी अत्यंत पीड़ादायक हो सकती है और यदि यह अनुपचारित रहती है, तो गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।
एल्डरबेरीज और गुर्दे की पथरी:
एल्डरबेरीज में पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स गुर्दे को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं, और यह पथरी के विकसन की संभावना को कम करते हैं। इसके अलावा, एल्डरबेरीज में उरिनरी ट्रैक्ट की सोजिश को कम करने की क्षमता भी होती है, जिससे पथरी की समस्या को निवारित किया जा सकता है।
इसके साथ ही, एल्डरबेरीज में पाये जाने वाले अन्य पोषक तत्व शरीर को अधिक तराल पदार्थ उत्सर्जित करने में मदद करते हैं, जिससे पथरी के निर्माण की संभावना
कम होती है।
सेवन विधि:
एल्डरबेरीज का सेवन चाय, रस, या सप्लिमेंट के रूप में किया जा सकता है। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
निष्कर्ष:
एल्डरबेरीज के अनेक औषधीय गुण हैं, जो गुर्दे की पथरी के इलाज में उपयोगी साबित हो सकते हैं। यदि आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो एल्डरबेरीज का सेवन अपने डॉक्टर की सलाह पर कर सकते हैं।