गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है जिसका सामना कई लोग करते हैं। यह समस्या अधिकतर जब होती है जब हमारे मूत्र में अधिक मात्रा में क्रिस्टल जमा हो जाते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए विभिन्न प्राकृतिक उपाय उपलब्ध हैं, और एसरोला चेरी (Acerola Cherry) इनमें से एक है।
एसरोला चेरी एक प्रकार की छोटी, लाल रंग की फल होती है जिसमें विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है। विटामिन सी को उच्च मात्रा में लेने से शरीर में से ज़हरीले पदार्थ बाहर निकलते हैं, जिससे गुर्दे स्वस्थ रहते हैं।
एसरोला चेरी और गुर्दे की पथरी:
उच्च विटामिन सी स्रोत: एसरोला चेरी में अन्य फलों की तुलना में अधिक विटामिन सी होती है। विटामिन सी अन्य पोषक तत्वों के साथ मिलकर गुर्दे के स्वस्थ कार्यण में मदद करता है और पथरी के निर्माण को रोकता है।
पेशाब में एसिडिटी को नियंत्रित करता है: विटामिन सी पेशाब में एसिडिटी को नियंत्रित करता है, जिससे पथरी का निर्माण नहीं होता।
अन्य पोषक तत्व: एसरोला चेरी में अनेक अन्य पोषक तत्व भी होते हैं जो गुर्दों के स्वस्थ कार्यण में मदद करते हैं।
उपयोग और सेवन:
एसरोला चेरी को ताजा रूप में खाया जा सकता है, या इसका रस पी सकते हैं। कुछ लोग इसका पाउडर भी बना कर सेवन करते हैं। यदि आप एसरोला चेरी को सेवन कर रहे हैं तो यह सुनिश्चित करें कि आप इसे मात्रा में ही लें और अधिक मात्रा में ना लें।
सावधानियां:
हालांकि एसरोला चेरी को सेवन करना सुरक्षित माना जाता है, फिर भी इसे अधिक मात्रा में लेने से पेट में उपद्रव हो सकता है। अत: इसे सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
निष्कर्ष:
एसरोला चेरी से गुर्दे की पथरी का इलाज संभव है, लेकिन इसे सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। इसे अन्य प्राकृतिक उपायों के साथ मिलाकर भी प्रयोग किया जा सकता है। अगर आप गुर्दे की पथरी से परेशान हैं तो आप एसरोला चेरी को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं, लेकिन इससे पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।