गुर्दे की पथरी एक सामान्य समस्या है, जिससे अधिकांश लोग परेशान हैं। जब शरीर में अधिक मात्रा में मिनरल जमा होते हैं, तो ये पथरी के रूप में बन जाते हैं। अधिकांश पथरी छोटी होती है और स्वत: ही बाहर निकल जाती है, लेकिन कुछ बड़ी पथरियां दर्द और संक्रमण का कारण बनती हैं।
वाणिज्यिक दवाइयों का उपयोग किया जा सकता है पथरी के इलाज के लिए, लेकिन कुछ प्राकृतिक समाधान भी हैं जो इस समस्या को दूर कर सकते हैं। इनमें से एक है काली जैतून का तेल।
काली जैतून का तेल अपनी सेहत वर्धक गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसमें सेहत लाभकारी फैटी एसिड, विटामिन और खनिज होते हैं जो शरीर के लिए लाभकारी होते हैं।
काली जैतून और पथरी:
विषमूलक निकासी: काली जैतून का तेल एक प्राकृतिक विषमूलक है जो शरीर से अनावश्यक तत्वों को बाहर निकालता है। इससे शरीर में जमा होने वाले अधिक मिनरल को बाहर निकालने में मदद मिलती है, जो पथरी के रूप में जम सकते हैं।
वृद्धि हुई मूत्र प्रवृत्ति: काली जैतून के तेल का सेवन से मूत्र प्रवृत्ति में वृद्धि होती है, जिससे पथरी तोड़कर बाहर निकलने में सहायक होता है।
शोथ हारक: काली जैतून का तेल शोथ हारक गुणों से भरपूर होता है। पथरी से होने वाले शोथ और दर्द में राहत मिलती है।
सेवन विधि:
अगर आप काली जैतून का तेल पथरी के इलाज के लिए प्रयोग करना चाहते हैं, तो रोजाना खाली पेट एक चमच तेल लें। इससे पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
निष्कर्ष:
काली जैतून का तेल गुर्दे की पथरी के इलाज में सहायक हो सकता है, लेकिन यह एक जादुई उपाय नहीं है। इसका सेवन करते समय सतर्क रहें और यदि समस्या बनी रहे तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अधिक जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं।