Gurde Ki Pathri : कैलेंडुला से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 18, 2023
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गुर्दे की पथरी एक ऐसी समस्या है जिससे अनेक व्यक्तियों को सामना करना पड़ता है। यह समस्या अधिकतर अशुद्ध जल सेवन, अनियमित जीवनशैली और असंतुलित आहार के कारण होती है। जब गुर्दों में मिनरल और लवण जमा होते हैं, तो वह पथरी की रूप में परिणामित होते हैं। यहाँ हम बात करेंगे कैलेंडुला के गुणों के बारे में और इसके सेवन से पथरी के उपचार के तरीकों पर प्रकाश डालेंगे।
कैलेंडुला के गुण:
कैलेंडुला एक औषधीय पौधा है जिसका इस्तेमाल प्राचीन काल से अनेक चिकित्सीय प्रक्रियाओं में होता आया है। इसमें एंटी-इंफ्लैमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं।
गुर्दे की पथरी का उपचार:
कैलेंडुला टी: कैलेंडुला की पत्तियों को सुखा कर पाउडर बना लें। इस पाउडर का चम्मच भर पानी में डालकर उसे उबाल लें। इस चाय को दिन में दो-तीन बार पिने से पथरी की समस्या में आराम मिलता है।
कैलेंडुला तेल: कैलेंडुला के फूलों से तेल निकाला जाता है। इस तेल की मालिश से गुर्दे में जमा हुए टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है, जिससे पथरी धीरे-धीरे घुलकर निकल जाती है।
कैलेंडुला तिंक्चर: कैलेंडुला का तिंक्चर भी बाजार में उपलब्ध है। इसे पानी में मिलाकर पीने से गुर्दों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।
सावधानियाँ:
कैलेंडुला का सेवन करते समय उचित मात्रा में ही इसका इस्तेमाल करें। अधिक मात्रा में सेवन से नुकसान हो सकता है।
गर्भवती महिलाएं और धारण कर रही महिलाएं बिना डॉक्टर की सलाह के कैलेंडुला का सेवन न करें।
किसी भी प्रकार की असहजता होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें।
निष्कर्ष:
कैलेंडुला के अनेक औषधीय गुण होते हैं जिसका इस्तेमाल गुर्दे की पथरी के उपचार में किया जा सकता है। हालांकि, किसी भी प्रकार की औषधीय जड़ी-बूटी या पौधे का सेवन करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि आप सही तरीके से और सुरक्षित रूप में उसका लाभ उठा सकें।