भारत में और अन्य देशों में लोकप्रिय और प्राचीन उपचारों में से एक है कॉर्न सिल्क चाय का उपयोग गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए करना। कॉर्न सिल्क, जिसे भारत में भुट्टे के बाल के रूप में जाना जाता है, यह मक्का के बीजों को ढकने वाली रेशा है। यह एक प्राकृतिक दीय और जल-निष्कासक है, जिससे यह गुर्दे की पथरी का इलाज करने में मदद करता है।
कॉर्न सिल्क के फायदे:
जल निष्कासन में मदद: कॉर्न सिल्क में पाये जाने वाले गुण शरीर में से अत्यधिक जल को बाहर निकालने में मदद करते हैं। जब शरीर में पानी की सही प्रक्रिया होती है, तो गुर्दे में पथरी का निर्माण होने की संभावना कम होती है।
विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना: यह उन अवशेषों और अन्य विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जो गुर्दे की पथरी के निर्माण में योगदान कर सकते हैं।
शोथ कम करना: कॉर्न सिल्क शोथ को कम करने के लिए भी प्रसिद्ध है, जिससे गुर्दे के कार्य में सुधार होता है।
कॉर्न सिल्क चाय कैसे बनाएं:
सबसे पहले ताजा भुट्टे के बाल (कॉर्न सिल्क) को धो कर साफ करें।
इसे बारीक कट कर एक पानी की कटोरी में डालें।
अब पानी को उबालें और उसमें कटा हुआ कॉर्न सिल्क डालें।
5-10 मिनट तक उबालने के बाद चाय को छलना ले और गरमा गरम पी लें।
इसे दिन में 2-3 बार पीने से गुर्दे की पथरी और अन्य संबंधित समस्याओं में आराम मिल सकता है।
निष्कर्ष:
गुर्दे की पथरी एक सामान्य समस्या है, जिससे कई लोग पीड़ित हैं। कॉर्न सिल्क चाय पीने से गुर्दे के कार्य में सुधार हो सकता है और पथरी के निर्माण की संभावना कम होती है। यदि आप भी इस समस्या से पीड़ित हैं, तो कॉर्न सिल्क चाय को अपने दैनिक जीवन में शामिल कर सकते हैं। फिर भी, यह हमेशा अच्छा है कि आप किसी चिकित्सक से परामर्श लें इस उपचार को आजमाने से पहले।