गुलाब का नाम सुनते ही हमें सुंदरता, खुशबू और प्रेम की याद आती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पेटल में कई आयुर्वेदिक और स्वास्थ्य संबंधित गुण छिपे होते हैं? हां, गुलाब के पेटल का उपयोग गुर्दे की पथरी के इलाज में भी किया जा सकता है।
गुलाब के पेटल के फायदे:
शोध निवारक गुण: गुलाब के पेटल में शोध निवारक गुण होते हैं, जो गुर्दे में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
मूत्रल संबंधित समस्याओं में राहत: गुलाब के पेटल में डयूरेटिक प्रॉपर्टीज होती हैं, जो मूत्र की सही प्रवृत्ति में मदद करते हैं और पथरी के तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होते हैं।
अन्तार्जलिक संबंधित समस्याओं में सहायक: गुलाब के पेटल में पाये जानेवाले तत्व अंतार्जलिक संबंधित समस्याओं, जैसे की पेशाब में जलन, को दूर करने में मदद करते हैं।
गुलाब के पेटल से पथरी का इलाज:
गुलाब का शरबत: गुलाब के पेटलों को अच्छी तरह से पानी में उबालें और इसका पानी पीने से गुर्दे में पथरी के तत्वों को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
गुलाब की पत्ती का चूर्ण: गुलाब के सुखाए गए पेटलों का चूर्ण तैयार करके रोजाना एक चमच पानी के साथ लेने से भी गुर्दे की पथरी में राहत मिलती है।
गुलाब का तेल: गुलाब के पेटल से निकाले गए तेल को मालिश करने से भी गुर्दे की पथरी में सूजन को कम किया जा सकता है।
फिर भी, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यदि आपको गुर्दे की पथरी है तो आपको चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए। गुलाब के पेटल के उपयोग से लाभ हो सकता है, लेकिन यह किसी भी प्रकार के मेडिकल इलाज का स्थान नहीं ले सकता।
सम्पूर्णत: गुलाब के पेटल न केवल सौंदर्य में बढ़ोत्तरी करते हैं बल्कि उनमें छुपे स्वास्थ्य लाभ भी अनगिनत हैं। फिर भी, किसी भी प्राकृतिक उपचार को अपनाने से पहले चिकित्सक से सलाह लेना सबसे अच्छा होता है।