बेसिल एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे भारतीय रसोई में अक्सर प्रयोग किया जाता है। इसके स्वास्थ्य लाभों की बहुत सारी चर्चा होती है और एक ऐसा लाभ है गुर्दे की पथरी का प्राकृतिक इलाज।
बेसिल के फायदे
बेसिल में उर्जा, प्रोटीन, विटामिन और खनिज जैसे मौलिक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक हैं। यह उचित अपाचन, रक्त संचार और हड्डियों की मजबूती में भी मदद करता है।
बेसिल और गुर्दे की पथरी
गुर्दे की पथरी का मुख्य कारण मूत्र में मिनरल की अधिकता होती है, जिससे ये मिनरल जमने लगते हैं और पथरी बन जाती है। बेसिल के पत्तों में उर्जा, एसिड और अन्य उपयुक्त तत्व होते हैं, जो मूत्र में संचित अधिकता को घटाने में मदद करते हैं।
जब बेसिल का सेवन किया जाता है, तो यह गुर्दे में मूत्र की प्रवाह को बढ़ावा देता है, जिससे पथरी धीरे-धीरे घुलकर बाहर आ जाती है।
ताजा बेसिल का सेवन कैसे करें
ताजा बेसिल के पत्ते लें और इन्हें अच्छी तरह से धो लें।
एक गिलास पानी में बेसिल के पत्तों को डालें और इसे उबालें।
जब पानी की मात्रा आधी हो जाए, तो इसे चलने लें और पी लें।
इस प्रक्रिया को प्रतिदिन सुबह और शाम में दोहराएं।
सतर्कता
हालांकि बेसिल से गुर्दे की पथरी का इलाज सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन से एलर्जी हो सकती है। अगर आपको कोई भी प्रतिक्रिया होती है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
निष्कर्ष
ताजा बेसिल से गुर्दे की पथरी का इलाज संभव है, लेकिन इससे पूर्ण फायदा पाने के लिए नियमित और सही तरीके से इसका सेवन करना चाहिए। यदि आपको पथरी की समस्या है, तो चिकित्सक की सलाह जरूर लें और उसके अनुसार ही किसी भी प्राकृतिक उपचार का चयन करें।