Gurde Ki Pathri : दालचीनी से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 12, 2023
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दालचीनी, जिसे आमतौर पर खाना पकाने और मसाले के रूप में प्रयोग होता है, वह भारतीय और चीनी चिकित्सा प्रणाली में प्राचीन काल से ही उपयोग हो रहा है। यह अनेक स्वास्थ्य संबंधित लाभों के लिए प्रसिद्ध है। गुर्दे की पथरी जैसी समस्याओं के इलाज में भी दालचीनी का उपयोग होता है।
गुर्दे की पथरी तब बनती है जब आपके मूत्र में रासायनिक संघटन में परिवर्तन होता है और मूत्र में मौजूद अनुओं की मात्रा अधिक हो जाती है। यह अनुए एक-दूसरे से जुड़कर पथरी का रूप ले लेते हैं।
दालचीनी के लाभ:
प्रदाहनिरोधक: दालचीनी में प्रदाहनिरोधक गुण होते हैं जो गुर्दे की पथरी जैसी स्थितियों में प्रदाह और सूजन को कम कर सकते हैं।
जलन मिटाने वाले गुण: दालचीनी गुर्दों में जलन और दर्द को कम करने में सहायक हो सकता है।
उत्सर्जन: दालचीनी में उत्सर्जन प्रोत्साहक गुण हैं जिससे मूत्र का निर्माण और प्रवाह बढ़ सकता है, जिससे पथरी को बाहर निकालने में सहायता मिलती है।
अन्य स्वास्थ्य लाभ: दालचीनी रक्तचाप को नियंत्रित करने, रक्तशर्करा को संतुलित रखने और अन्य रोगों के इलाज में भी उपयोगी हो सकता है।
दालचीनी का उपयोग गुर्दे की पथरी में:
आप दालचीनी को विभिन्न तरीकों से अपने दैनिक जीवन में शामिल कर सकते हैं।
दालचीनी की चाय: आप दालचीनी की छड़ी को पानी में उबालकर चाय तैयार कर सकते हैं।
दालचीनी का पानी: आप दालचीनी पाउडर को पानी में मिलाकर रात भर भिगोकर रख सकते हैं और सुबह उस पानी को पी सकते हैं।
सीधा सेवन: दालचीनी पाउडर को शहद के साथ मिलाकर भी खा सकते हैं।
सावधानियां:
हालांकि दालचीनी से अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं, फिर भी इसे अत्यधिक मात्रा में लेने से पार्श्व प्रभाव हो सकते हैं। जैसे- अधिक मात्रा में लेने पर जीभ में जलन, उल्टी आदि समस्याएं हो सकती हैं।
साथ ही, यदि आप किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं या किसी औषधि का सेवन कर रहे हैं, तो दालचीनी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
निष्कर्ष:
दालचीनी अनेक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है और गुर्दे की पथरी की समस्या में भी सहायक हो सकता है। फिर भी, इसका सही तरीके से और सही मात्रा में सेवन करना चाहिए और किसी भी तरह की समस्या के लिए डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।