Gurde Ki Pathri : बेर फल से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 20, 2023
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Updated: Oct 21, 2023
गुर्दे की पथरी एक सामान्य समस्या है, जिससे अधिकांश लोग परेशान होते हैं। पथरी गुर्दे में जमे मिनरल्स और नमक से बनती है, और इसके चलते शारीरिक दर्द और असहजता महसूस होती है। इस समस्या का समाधान प्राकृतिक उपायों में भी है, और इसमें बेर का फल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
बेर एक छोटा और मीठा फल है, जिसमें उचित मात्रा में विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसके औषधीय गुण लोगों के बीच प्रसिद्ध हैं, और इसे विभिन्न रोगों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है।
बेर फल के गुण और उसका उपयोग:
उच्च एंटीऑक्सीडेंट्स: बेर में एंटीऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा होती है, जो शरीर में फ्री रैडिकल्स को नष्ट करते हैं और अवसादन को रोकते हैं। इससे पथरी के निर्माण को रोकने में मदद मिलती है।
दीर्घकालिक उपयोग: बेर का सेवन नियमित रूप से करने से यूरिन और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों का संचार सही रहता है, जिससे पथरी का निर्माण नहीं होता।
आंत की सफाई: बेर फल में फाइबर होता है, जो पेट साफ करने और आंत की सही गति को बनाए रखने में मदद करता है। इससे शारीरिक तरल पदार्थों का संचार सही रहता है और पथरी का निर्माण नहीं होता।
बेर फल से गुर्दे की पथरी का इलाज:
बेर का जूस: बेर के फल को अच्छे से धोकर उसका जूस निकालें। इस जूस को प्रतिदिन सुबह खाली पेट पीने से पथरी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
बेर की चाय: बेर के पत्तों को पानी में उबालकर चाय बना सकते हैं। इस चाय का सेवन करने से पथरी की समस्या कम होती है।
बेर की ताजा फल: बेर की ताजा फल का सेवन करने से शरीर में फ्री रैडिकल्स का नाश होता है, और पथरी का निर्माण नहीं होता।
अंत में, बेर फल के औषधीय गुणों का लाभ उठाने से पहले किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। यदि आपको गुर्दे की पथरी की समस्या है, तो बेर फल के इस्तेमाल से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।