गुर्दे की पथरी एक ऐसी समस्या है, जिससे आजकल अनेक लोग परेशान हैं। पथरी के होने पर व्यक्ति को तीव्र पीड़ा होती है और यह स्थिति अगर समय पर नहीं पहचानी जाए, तो यह जीवन के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती है। वैज्ञानिक चिकित्सा में इसके अलग-अलग उपाय होते हैं, लेकिन प्राकृतिक उपाय भी इस परिस्थिति में कारगर साबित होते हैं। मूंग की उगलित दाल से गुर्दे की पथरी का इलाज एक प्रमुख प्राकृतिक उपाय है।
मूंग की दाल में सेहत संबंधित अनेक गुण होते हैं। जब मूंग की दाल को उगला जाता है, तो इसमें से विटामिन, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व और भी ज्यादा बढ़ जाते हैं। उगलित मूंग की दाल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और डिटॉक्सीफाईयिंग प्रॉपर्टी होती है, जो गुर्दे की पथरी को घटित होने से रोकने में मदद करती है।
उगलित मूंग की दाल का सेवन निम्नलिखित तरीकों से गुर्दे की पथरी का इलाज कर सकता है:
डिटॉक्सीफाईयिंग प्रॉपर्टीज़: उगलित मूंग की दाल में शरीर के अंदर जमा हुए विषैले पदार्थों को बाहर निकालने की शक्ति होती है, जो गुर्दे की पथरी के निर्माण को रोकते हैं।
सूजन को कम करने में मदद: इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गुर्दे में सूजन को कम करते हैं। यह सूजन अक्सर पथरी के बनने का कारण बनता है।
पोषण युक्त: उगलित मूंग में पोषक तत्व बढ़ जाते हैं, जो गुर्दे को स्वस्थ रखते हैं और पथरी के बनने का खतरा कम करते हैं।
इसके अलावा, उगलित मूंग की दाल का सेवन करने से पेशाब में उचित एसिडिटी बनी रहती है, जिससे पथरी के कणिका जमने की संभावना कम होती है।
हालांकि, यह भी महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति अपनी जीवनशैली में उचित परिवर्तन करे और संतुलित आहार ले। प्लेंट-बेस्ड आहार, जिसमें उगलित मूंग की दाल, ताजा सब्जियां और फल शामिल हो, गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम कर सकता है।
अंत में, यदि आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी हो सकती है या इससे संबंधित कोई लक्षण महसूस होता है, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए। प्राकृतिक उपाय भी केवल चिकित्सक की सलाह अनुसार ही अपनाएं।