गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है जिसमें गुर्दे में छोटे पत्थर की तरह कठिन पदार्थ जमा हो जाते हैं। यह पथरी जब गुर्दे की नलिका में फंस जाती है, तो दर्द और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
मूली, जिसे राधिश भी कहा जाता है, प्राचीन समय से ही स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। मूली का जूस विशेष रूप से गुर्दे की पथरी के इलाज में सहायक माना जाता है।
मूली का जूस और इसके फायदे:
विषकाणिकों का निर्वासन: मूली में सुल्फर युक्त संयोजन होते हैं जो गुर्दे में जमा हुए विषकाणिकों और अन्य अवशेषों को बाहर निकालने में सहायक होते हैं।
दियूरेटिक प्रॉपर्टी: मूली का जूस शरीर से अधिक मात्रा में पानी और नमक निकालने की क्षमता होती है, जिससे गुर्दे स्वच्छ और सेहतमंद रहते हैं।
पथरी को तोड़ने की क्षमता: कुछ अनुसंधानों के अनुसार, मूली का जूस पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ने में मदद कर सकता है, जिससे वह आसानी से शरीर से बाहर निकल जाए।
कैसे प्रयोग करें:
ताजा मूली को धोकर उसका जूस निकालें।
प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक गिलास मूली का जूस पीने की सलाह दी जाती है।
यदि स्वाद अधिक कड़वा लगे, तो इसमें थोड़ी सी निम्बू की रस या शहद मिला सकते हैं।
सतर्कता:
अगर आप किसी अन्य बीमारी के इलाज में हैं या कोई दवा ले रहे हैं, तो मूली का जूस पीने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
अधिक मात्रा में मूली का जूस पीने से पेट की परेशानी हो सकती है, इसलिए संयम में रहकर इसका सेवन करें।
निष्कर्ष:
मूली का जूस गुर्दे की पथरी के इलाज में सहायक हो सकता है, लेकिन इसके सेवन से पहले यथासम्भव डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। प्राकृतिक उपाय होते हुए भी, उनके साथ सतर्क और संविधानिक रहना महत्वपूर्ण है।