लहसुन विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों द्वारा किए गए अनेक अध्ययनों में स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रमुख रूप से माना जाता है। यह हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, और अन्य रोगों के इलाज में सहायक होता है। लेकिन क्या लहसुन गुर्दे की पथरी के इलाज में भी फायदेमंद होता है? आइए इस पर विचार करें।
गुर्दे की पथरी क्या होती है?
गुर्दे की पथरी तब होती है जब गुर्दे में उपस्थित यूरिया, फास्फेट, ऑक्सलेट या कैल्शियम जैसे पदार्थ जम जाते हैं और ठोस अवस्था में परिवर्तित हो जाते हैं।
लहसुन और गुर्दे की पथरी:
लहसुन में एल्लिसिन नामक यौगिक होता है जो अधिकांश स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसके अनुसार, लहसुन में उपस्थित एंटी-ऑक्सीडेंट गुण गुर्दे की पथरी को रोकने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, लहसुन यूरिन की तीव्रता को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे पथरी के निर्माण की संभावना कम होती है।
वाणिज्यिक रूप से उपलब्ध होने वाले उत्पादों में भी लहसुन का प्रयोग होता है जो पथरी को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसके अलावा, कई लोग लहसुन की ताजा कलियां खाने का अभ्यास भी अपनाते हैं जो कि गुर्दे की पथरी के उपचार में सहायक मानी जाती है।
कैसे प्रयोग करें:
ताजा लहसुन की 2-3 कलियां लें और अच्छी तरह से पीस लें।
इस पेस्ट को एक गिलास पानी में मिला कर पिएं।
इसे प्रतिदिन सुबह खाली पेट पिने से गुर्दे की पथरी पर नियंत्रण पा सकते हैं।
सावधानियाँ:
जबकि लहसुन के अनेक स्वास्थ्य लाभ होते हैं, इसका अत्यधिक सेवन कुछ लोगों के लिए समस्या पैदा कर सकता है। अत: इसे सेवन करने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
निष्कर्ष:
लहसुन, जिसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, और अन्य गुण होते हैं, गुर्दे की पथरी के उपचार में सहायक साबित हो सकता है। हालांकि, इसे सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। आवश्यकता अनुसार, वे इसे अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं और गुर्दे की पथरी से मुक्ति पा सकते हैं।