Gurde Ki Pathri : लिकोरिस रूट से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 14, 2023
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गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है जो कई लोगों को परेशान करती है। पथरी के बनने के अनेक कारण हो सकते हैं, जैसे की अधिक नमक और अन्य खनिजों की सेवन, पानी की कमी, जीनेटिक कारण आदि। जबकि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में विभिन्न तरीके होते हैं पथरी का इलाज करने के लिए, अनेक लोग प्राकृतिक उपचार को भी पसंद करते हैं। एक ऐसा ही प्राकृतिक उपाय है लिकोरिस रूट, जिसे अधिकांश आयुर्वेदिक चिकित्सक पथरी के इलाज के लिए सुझावित करते हैं।
लिकोरिस रूट, जिसे हिंदी में 'मुलेठी' कहा जाता है, कई सारी औषधीय गुणों से भरपूर है। यह पेशाब में आयरन, सोडियम और पोटैशियम की संख्या को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो पथरी के बनने के प्रमुख कारण होते हैं।
लिकोरिस रूट के गुण:
पेशाब को बढ़ावा: मुलेठी पेशाब की मात्रा और प्रवृत्ति को बढ़ावा देती है, जिससे पथरी को बाहर निकालने में सहायता मिलती है।
सूजन को कम करना: मुलेठी में उपस्थित एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जिससे पथरी से होने वाली पीड़ा में आराम मिलता है।
अंतिमाइक्रोबियल गुण: मुलेठी में अंतिमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो संक्रमण से बचाव करते हैं।
इन सभी गुणों की वजह से लिकोरिस रूट को प्राकृतिक रूप से पथरी का इलाज करने वाला माना जाता है।
पयोग और खुराक:
मुलेठी की जड़ को सुखा कर पाउडर बना लिया जाता है। इस पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर चाय की तरह पी सकते हैं। अधिकतम लाभ के लिए रोजाना 2 से 3 बार इसका सेवन करना चाहिए।
सावधानियाँ:
जैसा कि हर औषधी में होता है, मुलेठी का अधिक सेवन भी नकसानदायक हो सकता है। अत: इसे सेवन करते समय सावधानियों का पालन करना चाहिए और यदि किसी प्रकार की समस्या अनुभव होती है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
आखिरकार, लिकोरिस रूट का उपयोग गुर्दे की पथरी का प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जा सकता है, परंतु किसी भी प्रकार के उपचार की शुरुआत से पहले चिकित्सक से सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है।