जब हम गुर्दे की पथरी की चर्चा करते हैं, तो आमतौर पर हमें औषधियों और चिकित्सीय उपचार की बारे में सोचते हैं। लेकिन क्या आपने सोचा है कि आहार भी इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है? सरडीन्स ऐसी ही एक मछली है, जिसमें कुछ ऐसे गुण होते हैं जो गुर्दे की पथरी के इलाज में सहायक हो सकते हैं।
सरडीन्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, विटामिन D और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होते हैं। जब ये तत्व एक साथ मिलते हैं, तो वे गुर्दे की पथरी के रूप में कैल्शियम की अधिक संचय को रोक सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड्स: सरडीन्स में प्रचुर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं जो शरीर की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। सूजन गुर्दे की पथरी के विकसन के जोखिम को बढ़ा सकती है, इसलिए ओमेगा-3 से यह जोखिम कम होता है।
विटामिन D: सरडीन्स विटामिन D का एक अच्छा स्रोत है। विटामिन D की उचित मात्रा शरीर में कैल्शियम के सहेजने और उपयोग में लाने में मदद करती है, जिससे गुर्दे में पथरी का जोखिम कम होता है।
कैल्शियम: कई लोग सोचते हैं कि कैल्शियम से गुर्दे की पथरी होती है, लेकिन यह अधिकतर सत्य नहीं है। जब शरीर में कैल्शियम की सही मात्रा होती है तो यह अन्य पदार्थों के साथ मिलकर पथरी का निर्माण रोक सकता है। सरडीन्स नैतिक रूप से प्राप्त कैल्शियम का स्रोत होते हैं।
इन सभी गुणों के बावजूद, सरडीन्स खाने से गुर्दे की पथरी का इलाज संभव नहीं है, लेकिन इसका सेवन रोकथाम में जरूर मदद कर सकता है। यदि आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी है, तो आपको तुरंत चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
अंत में, अगर आप अपने आहार में सरडीन्स को शामिल करते हैं, तो यह आपको गुर्दे की पथरी से बचाव में मदद कर सकता है। लेकिन, यह एक आदान-प्रदान है और इसे अन्य उपायों के साथ मिलकर अपनाना चाहिए।