Gurde Ki Pathri : हल्दी इक्सट्रैक्ट से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 20, 2023
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हल्दी, जिसे तुर्मेरिक भी कहते हैं, भारतीय रसोई का अभिन्न हिस्सा है। लेकिन यह सिर्फ एक मसाला ही नहीं है, बल्कि इसमें अनेक औषधीय गुण भी हैं। हल्दी में कुर्कुमिन होता है, जो इसके औषधीय गुणों का प्रमुख कारण है। विज्ञानिक अध्ययनों में पता चला है कि हल्दी इक्सट्रैक्ट से गुर्दे की पथरी का इलाज संभव है।
हल्दी और गुर्दे की पथरी:
गुर्दे की पथरी अधिकतर जब शरीर में अधिक मात्रा में कैल्शियम, अक्सेलेट, फॉस्फेट जैसे पदार्थ इकट्ठा होते हैं तो बनती है। हल्दी में उपस्थित कुर्कुमिन इन पदार्थों को विघटित कर सकता है, जिससे पथरी की संभावना कम होती है।
औषधीय गुण:
विरोधी ओक्सीडेंट प्रोपर्टीज़: हल्दी की विरोधी-ओक्सीडेंट गुणवत्ता से शरीर के अंदर फ्री रैडिकल्स को नष्ट किया जा सकता है। इससे गुर्दे स्वस्थ रहते हैं और पथरी की संभावना कम होती है।
विरोधी-सूजन प्रोपर्टीज़: हल्दी में सूजन को कम करने की क्षमता होती है, जिससे गुर्दे की पथरी से होने वाली सूजन को नियंत्रित किया जा सकता है।
विघटन प्रोपर्टीज़: हल्दी के अंश जैसे कि कुर्कुमिन, पथरी को टूटने में मदद कर सकते हैं।
उपयोग:
गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए हल्दी का इक्सट्रैक्ट का सेवन किया जा सकता है। आप इसे कैप्सूल या पाउडर के रूप में भी ले सकते हैं। हालांकि, इससे पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
सावधानी:
हल्दी इक्सट्रैक्ट से इलाज करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। हल्दी का अत्यधिक सेवन से पेट में दर्द, दस्त और अन्य समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए, सही मात्रा में और डॉक्टर की सलाह पर ही हल्दी का सेवन करें।
निष्कर्ष:
हल्दी इक्सट्रैक्ट से गुर्दे की पथरी का इलाज संभव है, परंतु इसका सही तरीका और मात्रा में सेवन ही कारगर साबित होता है। यदि आप हल्दी का सेवन पथरी के इलाज के लिए करना चाहते हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।