हेम्प सीड्स, जिसे भांग के बीज भी कहा जाता है, प्राचीन समय से आयुर्वेदिक उपचार में उपयोग होता आ रहा है। ये बीज उन्नत पोषण मूल्य के साथ-साथ कई चिकित्सीय गुणों से भरपूर हैं। गुर्दे की पथरी, जो अकेले भारत में ही लाखों लोगों को प्रभावित कर रही है, इसका इलाज हेम्प सीड्स से भी संभव है।
हेम्प सीड्स के फायदे:
उच्च प्रोटीन स्रोत: हेम्प सीड्स में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है जो शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ओमेगा-3 और ओमेगा-6: इन बीजों में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड्स का संतुलित मिश्रण होता है जो हृदय और जिगर के स्वास्थ्य के लिए श्रेष्ठ है।
उच्च फाइबर: इसमें पाए जाने वाले फाइबर से पाचन क्रिया सुधारती है और आंतों को साफ करता है।
इन फायदों के अलावा, अनेक अध्ययन और संशोधन ने इसे गुर्दे की पथरी में भी लाभकारी पाया है।
गुर्दे की पथरी और हेम्प सीड्स:
गुर्दे की पथरी तब बनती है जब शरीर में अधिक मात्रा में कैल्शियम, अक्सेलेट या अन्य पदार्थ जमा होते हैं। यह पथरी दर्द और संक्रमण का कारण बन सकती है। हेम्प सीड्स में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और अन्य पोषक तत्व इस प्रक्रिया को धीमा करते हैं और पथरी के निर्माण को रोकते हैं।
इसके अलावा, हेम्प सीड्स के सेवन से शरीर में अधिक तरल पदार्थ का संचार होता है, जिससे पथरी को बाहर निकलने में सहायता मिलती है।
सेवन विधि:
हेम्प सीड्स को प्रतिदिन 1-2 छोटे चम्मच सेवन करने से गुर्दे की पथरी से बचाव होता है।
इसे सलाद, स्मूदीज, या अन्य खाने में मिलाकर भी खा सकते हैं।
अगरचे हेम्प सीड्स से गुर्दे की पथरी के इलाज में लाभ होता है, लेकिन इसके सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
निष्कर्ष:
हेम्प सीड्स में संतुलित पोषण और औषधीय गुण होते हैं, जो गुर्दे की पथरी के इलाज में मददगार साबित हो सकते हैं। हालांकि, किसी भी उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले।