Kidney Stones : अंजीर की पत्तियाँ से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 11, 2023
- 2 min read
अंजीर, जिसे विश्व में Fig भी कहते हैं, एक महत्वपूर्ण फल है जिसमें सामाजिक, धार्मिक और औषधीय महत्व है। भारत में अंजीर का उपयोग कई सदीयों से विभिन्न आयुर्वेदिक और पारंपरिक चिकित्सा में होता आया है। अंजीर की पत्तियाँ भी इसके औषधीय गुणों के लिए जानी जाती हैं।
गुर्दे की पथरी क्या है?
जब गुर्दे में छोटे कठोर कण बन जाते हैं, उसे गुर्दे की पथरी कहते हैं। ये पथरी कभी-कभी पेशाब की नली को ब्लॉक कर देती है, जिससे दर्द और अन्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
अंजीर की पत्तियाँ और गुर्दे की पथरी:
औषधीय गुण: अंजीर की पत्तियों में पोटैशियम, मैग्नीजियम, कैल्शियम, आयरन और विटामिन A जैसे मौलिक पोषक तत्व होते हैं। इन पोषक तत्वों के चलते, अंजीर की पत्तियाँ मूत्र संबंधित समस्याओं में सहायक सिद्ध होती हैं।
पथरी विलयन: कहा जाता है कि अंजीर की पत्तियाँ गुर्दे की पथरी को विघटित करने में मदद करती हैं। यह पथरी के आकार को छोटा कर सकती है और पेशाब के माध्यम से इसे बाहर निकाल सकती है।
पेशाब की समस्याएं: अंजीर की पत्तियों का सेवन मूत्र संबंधित समस्याओं, जैसे की बार-बार पेशाब आना, में भी सहायक होता है।
प्राकृतिक दीर्घकालिक उपाय: अंजीर की पत्तियाँ प्राकृतिक रूप से प्राप्त होती हैं, इसलिए इसके उपयोग से साइड इफेक्ट्स की संभावना कम होती है।
उपयोग कैसे करें:
अंजीर की पत्तियों का डेकोक्शन तैयार करने के लिए उन्हें उबाला जा सकता है। पत्तियों को पानी में डूबोकर उसे उबालें, फिर चानकर पिएं। यह डेकोक्शन दिन में एक या दो बार पी सकते हैं।
सावधानियाँ:
अगर आप पहली बार अंजीर की पत्तियों का उपयोग कर रहे हैं, तो इसे सीमित मात्रा में प्रयोग करें और अपने शारीरिक प्रतिक्रिया का पालन करें।
जिन लोगों को अंजीर से एलर्जी है, उन्हें इसका उपयोग करने से पहले सलाह लेनी चाहिए।
गंभीर पथरी की समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
निष्कर्ष:
अंजीर की पत्तियाँ गुर्दे की पथरी के इलाज में प्राकृतिक और संभावित रूप से सहायक हो सकती हैं। हालांकि, किसी भी प्राकृतिक उपचार का उपयोग करने से पहले सख्त सलाह लेनी चाहिए।