अखरोट, जिसे वालनट भी कहते हैं, आजकल कई स्वास्थ्य लाभों के लिए प्रसिद्ध है। अखरोट में सेबामियक अम्ल, ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए लाभकारी हैं। अखरोट का दूध भी इन्हीं गुणों से भरपूर होता है और इसकी उपयोगिता को भी अब समझा जा रहा है।
अब सवाल आता है कि क्या अखरोट दूध से गुर्दे की पथरी का इलाज किया जा सकता है? प्राचीन घरेलू नुस्खों में अखरोट का उपयोग विभिन्न रोगों के इलाज में होता आया है, लेकिन विज्ञानिक दृष्टिकोण से इस पर विचार करते हुए कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं।
अखरोट और अखरोट दूध के गुण: अखरोट में पाए जाने वाले फैटी एसिड्स शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इससे गुर्दे की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हो सकता है। इसके अलावा, अखरोट दूध में कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं जो गुर्दे के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।
अखरोट दूध और पथरी: पथरी का प्रमुख कारण अधिक मात्रा में मिनरल्स का जमा होना है। जब अधिक मात्रा में कैल्शियम, ऑक्सेलेट या उरिक एसिड पेशाब में होता है, तो ये पथरी की शक्ल में जमा हो जाते हैं। अखरोट दूध में इन मिनरल्स की उचित मात्रा होती है, लेकिन इसका सीधा संबंध पथरी के इलाज से जोड़ना मुश्किल है।
हानिप्रद प्रभाव: यदि अधिक मात्रा में अखरोट दूध का सेवन किया जाए तो यह गुर्दे पर अधिक दबाव डाल सकता है क्योंकि इसमें कैल्शियम और अन्य मिनरल्स होते हैं।
अध्ययन और अनुसंधान: अब तक किए गए अध्ययनों में अखरोट दूध और गुर्दे की पथरी के बीच कोई स्पष्ट संबंध नहीं पाया गया है। इसलिए, इसे पथरी का इलाज मानने से पहले सतर्क रहना चाहिए।
निष्कर्ष:
अखरोट और अखरोट दूध कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं, लेकिन गुर्दे की पथरी के इलाज के रूप में इसका उपयोग करने से पहले विचारशील और सजग रहना चाहिए। यदि किसी को गुर्दे की पथरी हो तो वह डॉक्टर की सलाह जरूर लें और घरेलू उपचार के लिए भी डॉक्टर से ही परामर्श करें।