Kidney Stones : आलूबुखारा से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 6, 2023
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आलूबुखारा, जिसे प्लम या प्रून के नाम से भी जाना जाता है, एक फल है जो कई स्वास्थ्य लाभों से भरपूर है। गुर्दे की पथरी से संबंधित विभिन्न समस्याओं में इसका सेवन फायदेमंद माना जाता है।
गुर्दे की पथरी उस समय बनती है जब गुर्दे में मौजूद यूरिन में मिनरल और अन्य पदार्थ जमा हो जाते हैं। यह एक दर्दनाक स्थिति हो सकती है और अगर उसे नजरअंदाज किया जाए तो यह और भी सीरियस समस्या में बदल सकता है।
आलूबुखारा में मौजूद विटामिन, मिनरल, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुर्दे की पथरी के उपचार में सहायक हो सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे:
उचित तरल पदार्थ की प्राप्ति: आलूबुखारा में पानी की अच्छी मात्रा होती है जो उरीन की प्रवृत्ति में सुधार करता है और पथरी के निर्माण को रोकने में मदद करता है।
फाइबर: आलूबुखारा में डाइटरी फाइबर होता है जो यूरिन में सी-ऑक्सलेट की मात्रा को कम कर सकता है, जो पथरी के लिए एक मुख्य कारक है।
विटामिन और मिनरल: आलूबुखारा में विटामिन C, K, और पोटैशियम होते हैं। विटामिन C अकेला भी पथरी के उपचार में मदद कर सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट: आलूबुखारा में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट शरीर में फ्री रैडिकल्स को नष्ट करने में मदद करते हैं, जो पथरी के निर्माण को बढ़ावा दे सकते हैं।
हालांकि, आलूबुखारा के उपयोग से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
आलूबुखारा को एक अधिक मात्रा में लेने से डायरिया जैसी समस्या हो सकती है।
किसी भी प्राकृतिक उपचार को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
आलूबुखारा अकेला पथरी के इलाज के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता। यह केवल एक सहायक उपाय हो सकता है, और आपको अन्य चिकित्सा और जीवनशैली परिवर्तन की भी जरूरत पड़ सकती है।
समाप्ति: गुर्दे की पथरी की समस्या से निजात पाने के लिए आलूबुखारा का सेवन करना एक प्राकृतिक और स्वाभाविक तरीका हो सकता है। हालांकि, इसे अन्य चिकित्सा उपायों के साथ जोड़कर ही अधिकतम लाभ प्राप्त किया जा सकता है। अगर आप पथरी से परेशान हैं तो आप आलूबुखारा का सेवन कर सकते हैं, लेकिन डॉक्टर से सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।