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Kidney Stones : ककड़ी के बीज से गुर्दे की पथरी का इलाज


Kidney Stones : ककड़ी के बीज से गुर्दे की पथरी का इलाज

ककड़ी, जिसे अंग्रेजी में 'Cucumber' कहा जाता है, भारत में लोकप्रिय सलाद के रूप में प्रयोग होता है। ककड़ी में सेहत संबंधित अनेक गुण होते हैं, जिसमें इसके बीज भी शामिल हैं। ऐसा माना जाता है कि ककड़ी के बीज से गुर्दे की पथरी का इलाज संभव है, लेकिन इसके विज्ञानिक प्रमाण अब तक स्पष्ट रूप से सामने नहीं आए हैं।

गुर्दे की पथरी:

गुर्दे की पथरी तब उत्पन्न होती है जब गुर्दे में अनावश्यक पदार्थ जमा हो जाते हैं, जो छोटे पत्थर की तरह होते हैं। यह पथरी छोटी होती है, तो आमतौर पर दर्द या समस्या नहीं होती, लेकिन जब यह बड़ी हो जाती है, तो यह गंभीर समस्या बन सकती है।

ककड़ी के बीज के फायदे:


  1. जल संतुलन: ककड़ी में पानी की उच्च मात्रा होती है, जिससे शरीर में जल संतुलन बना रहता है।

  2. उपचारिक गुण: ककड़ी के बीज में अंतिऑक्सीडेंट्स और जिंक जैसे मिनरल्स होते हैं, जो सेहत के लिए लाभकारी होते हैं।

  3. वायरल और जीवाणु रोधक: ककड़ी के बीज में मौजूद तत्वों से जीवाणु और वायरस से लड़ने की क्षमता बढ़ सकती है।


ककड़ी के बीज और पथरी का संबंध:


  1. प्राकृतिक मूत्रल: ककड़ी के बीज में मौजूद तत्व शरीर से अधिक मात्रा में पानी और नमक बाहर निकाल सकते हैं, जिससे मूत्र में अधिक पानी होता है और पथरी बनने की संभावना कम होती है।

  2. आंतरिक सफाई: ककड़ी और इसके बीज में डिटॉक्सिफाईंग गुण होते हैं, जो शरीर की अंतरिक सफाई में सहायक होते हैं।


फिर भी, ककड़ी के बीज से गुर्दे की पथरी का इलाज करने का विचार लोकप्रिय घरेलू उपचार में आया है, लेकिन विज्ञानिक रूप से इसे साबित करने वाले प्रमाण अभी तक स्थिर रूप से प्रस्तुत नहीं हो पाए हैं।

अंतिम विचार:

यदि किसी को गुर्दे की पथरी की समस्या है, तो वह किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लेने की सलाह दी जाती है। ककड़ी के बीज का सेवन करने से पहले चिकित्सक से संपर्क करना महत्वपूर्ण है। जबकि ककड़ी और इसके बीज सेहत के लिए लाभकारी होते हैं, यह एक विशेष समस्या के लिए विशेष उपचार के रूप में प्रयोग होने वाली दवा का स्थान नहीं ले सकते।


 
 

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