गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है, जिससे कई लोग प्रभावित होते हैं। यह समस्या तब होती है जब गुर्दे में मिनरल और नमक के कण जमा होकर पथरी का रूप लेते हैं। कमरख, जिसे ऑरेंजबेरी भी कहते हैं, कई सार्वजनिक उपचारों में गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। आइए जानते हैं कैसे:
1. कमरख के गुण:
कमरख में विटामिन C, पोटैशियम, फाइबर, और एंटीऑक्सीडेंट्स समृद्ध होते हैं। यह अम्लीयता को कम करने, उर्इन आउटपुट को बढ़ाने और पथरी के उत्पादन को रोकने में मदद करता है।
2. कैसे प्रयोग करें:
कमरख का रस: हर दिन सुबह खाली पेट कमरख का ताजा रस पीने से पथरी में आराम मिलता है।
कमरख का मुरब्बा: कमरख का मुरब्बा भी पथरी के इलाज में उपयोगी होता है।
3. प्रतिस्पर्धी प्रभाव:
कमरख गुर्दे में जमे अत्यधिक अम्ल और क्रिस्टल्स को घुलाने में मदद करता है। यह उर्इन के pH को संतुलित करने में भी मदद करता है, जिससे पथरी की संभावना कम होती है।
4. सावधानियां:
हालांकि कमरख से पथरी का इलाज सुरक्षित होता है, फिर भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
यदि आपको एलर्जी है तो पहले छोटी मात्रा में प्रयोग करें।
प्रेग्नेंसी और स्तनपान के दौरान इसका प्रयोग न करें जब तक डॉक्टर से सलाह न ली जाए।
5. अन्य उपाय:
केवल कमरख ही पथरी के इलाज के लिए पर्याप्त नहीं होता। आवश्यक है कि आप अधिक पानी पिएं, संतुलित आहार लें और नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में शामिल हों।
निष्कर्ष:
कमरख गुर्दे की पथरी के इलाज में एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय हो सकता है। यह पथरी के उत्पादन को रोकने, अम्लीयता को घटाने और उर्इन आउटपुट को बढ़ाने में मदद करता है। हालांकि, इसे अन्य परंपरागत उपचारों के साथ संयोजन में प्रयोग करना चाहिए और यदि समस्या जारी रहती है तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए।