Kidney Stones : काली चेरी से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 9, 2023
- 2 min read
Updated: Oct 10, 2023
काली चेरी (Black Cherry), जिसे विज्ञानिक भाषा में Prunus serotina कहा जाता है, उत्तरी अमेरिका के मूल वृक्ष है। यह एक प्रकार का फल वृक्ष है जिसे उसके फलों के लिए उगाया जाता है। काली चेरी के फल में अनेक औषधीय गुण होते हैं और इसका उपयोग प्राचीन समय से ही विभिन्न चिकित्सा में किया जा रहा है।
गुर्दे की पथरी के बारे में चर्चा करते हैं, तो यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुर्दे में ठोस संग्रहण हो जाता है। ये पथरियां विभिन्न आकारों और अकेले या एकाधिक संख्या में हो सकती हैं। यदि पथरी छोटी होती है, तो वे स्वतः ही निकल सकती हैं, लेकिन बड़ी पथरियां अक्सर दर्द और संक्रमण का कारण बन सकती हैं।
काली चेरी का गुर्दे की पथरी में इलाज:
उपयोग और लाभ: काली चेरी में एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन C और क्वर्सेटिन जैसे यौगिक होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह शरीर में अधिक एसिड की मात्रा को कम करने में भी मदद कर सकता है, जो गुर्दे की पथरी का एक मुख्य कारण हो सकता है।
इलाज: काली चेरी के रस को नियमित रूप से पीने से यूरिक एसिड की मात्रा को कम किया जा सकता है, जिससे पथरी का जोखिम कम हो सकता है।
सावधानियां: हालांकि काली चेरी के फायदे हैं, लेकिन इसे अधिक मात्रा में लेने से पेट में उलझन और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इसका सेवन मात्रा में करें और किसी भी नई उपचार शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
सार:
गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है जिसका सामना कई लोग करते हैं। काली चेरी में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर में सूजन और एसिड की मात्रा को कम कर सकते हैं, जो पथरी के जोखिम को कम कर सकते हैं। हालांकि, इसका सेवन उचित मात्रा में ही करना चाहिए और किसी भी उपचार को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।