गुर्दे की पथरी एक सामान्य समस्या है, जिससे अनेक लोग प्रभावित होते हैं। गुर्दे में पथरी होने के कई कारण होते हैं, जैसे की अधिक मात्रा में कैल्शियम, उरिक एसिड या अन्य मिनरल्स की अधिक सेवन, जल की कमी, गेनेटिक कारण, जीवनशैली, और अन्य आहार संबंधित कारण।
काले चने, जिन्हें अंग्रेजी में ब्लैक चिकपीस कहते हैं, उनमें विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होते हैं। भारतीय घरों में चने का सेवन आम तौर पर उनके स्वास्थ्य लाभों के कारण किया जाता है। लेकिन क्या काले चने गुर्दे की पथरी का इलाज में सहायक होते हैं? आइए जानते हैं।
फायदे:
फाइबर से भरपूर: काले चने में सोल्यूबल और इंसोल्यूबल दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं, जो पाचन प्रक्रिया को सहायक होते हैं और अत्यधिक मिनरल्स के संचार को रोकते हैं जो पथरी का कारण बन सकते हैं।
अंताओं की सफाई: चने में फाइबर होने के कारण, वह अंताओं की सफाई में भी सहायक होते हैं, जिससे अधिक मिनरल्स का संचार रोका जा सकता है।
मिनरल्स और विटामिन्स: काले चने में मैग्नीशियम, फास्फोरस, और कैल्शियम होते हैं, जो गुर्दे के सही कार्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
अन्य उपाय:
हालांकि, केवल काले चने ही गुर्दे की पथरी का सम्पूर्ण इलाज नहीं हैं। अगर आपको पथरी की समस्या है, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
पानी का सेवन: पानी पीने से पथरी का निर्माण रोका जा सकता है, और यह पथरी को गुर्दे से बाहर निकालने में भी सहायक होता है।
नमक की सीमित मात्रा: अधिक नमक का सेवन पथरी के जोखिम को बढ़ा सकता है।
डॉक्टर से सलाह: अगर आपको लगता है कि आपको पथरी की समस्या है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
निष्कर्ष:
काले चने स्वास्थ्य के अनेक लाभ प्रदान करते हैं, और वे पथरी से संबंधित समस्याओं में भी सहायक हो सकते हैं। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि आप अन्य उपायों को भी अपनाएं और डॉक्टर से समय-समय पर सलाह लें।