गुर्दे की पथरी कई लोगों में एक सामान्य समस्या है। यह तब होता है जब गुर्दे में उपस्थित मिनरल और लवण जम कर पथरी का रूप लेते हैं। पथरी के दर्द और असहजता को देखते हुए, लोग इसके प्राकृतिक और घरेलू उपचार खोजते हैं। कैनोला तेल भी उन्हीं में से एक है, जिसे कुछ लोग पथरी के उपचार के रूप में प्रयोग करते हैं।
कैनोला तेल क्या है? कैनोला तेल एक प्रकार का पौधे से प्राप्त तेल है, जिसे कैनोला पौधे से निकाला जाता है। यह तेल खासतौर पर पाकिस्तान, कनाडा और अमेरिका में उत्पादित होता है। कैनोला तेल को स्वस्थ तेलों में गिना जाता है, क्योंकि इसमें संतूलित मात्रा में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड्स पाए जाते हैं।
कैनोला तेल और गुर्दे की पथरी:
जलन और सूजन कम करना: कैनोला तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो जलन और सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। जब पथरी गुर्दे से मूत्रमार्ग में जाती है, तो यह जलन और सूजन पैदा कर सकती है। इस समस्या को दूर करने के लिए कैनोला तेल का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
प्राकृतिक उपचार: गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए अनेक प्राकृतिक उपचार हैं, और कैनोला तेल भी उनमें से एक है। यद्यपि, इस पर वैज्ञानिक अध्ययन सीमित हैं, कुछ लोगों का मानना है कि इसका नियमित सेवन पथरी के उपचार में सहायक हो सकता है।
मूत्र संबंधित समस्याओं में राहत: कैनोला तेल के सेवन से मूत्र की प्रवृत्ति में सुधार हो सकता है, जिससे पथरी आसानी से बाहर निकल सकती है।
यद्यपि कैनोला तेल के फायदे अनेक हैं, इसका सीधा संबंध गुर्दे की पथरी के इलाज से स्थापित नहीं किया जा सकता है। इसलिए अगर आप या आपके परिवार के किसी सदस्य को गुर्दे की पथरी है, तो किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लेना अधिक उपयुक्त होगा।
सारांश: कैनोला तेल एक स्वस्थ तेल है, जिसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड्स पाए जाते हैं। ये फैटी एसिड्स जलन और सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। हालांकि, कैनोला तेल का सीधा प्रयोग गुर्दे की पथरी के इलाज में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्वीकृत नहीं है, इसलिए इसे प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।