कोहलराबी एक प्रकार की सब्जी है, जिसे गाँठ गोभी भी कहा जाता है। यह गोभी के परिवार से संबंधित है और इसका सेवन सलाद, सब्जी या अन्य पकवान में किया जाता है। विभिन्न जगहों में इसके स्वास्थ्य लाभ की चर्चा होती है, और कुछ लोग मानते हैं कि कोहलराबी का जूस गुर्दे की पथरी के उपचार में मदद कर सकता है।
गुर्दे की पथरी:
गुर्दे की पथरी गुर्दे में विकसित होने वाली सख्त थोस संचय है, जिसे अस्सर की जमावट भी कहा जाता है। यह तब होता है जब मूत्र में उपस्थित खनिज और नमक की अधिकता होती है जो पथरी बना देते हैं।
कोहलराबी जूस के लाभ:
उच्च पोषण मूल्य: कोहलराबी में सेलेनियम, पोटैशियम, विटामिन C, फाइबर और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं।
मूत्रवर्धक: इसके जूस में मौजूद पोषक तत्व मूत्र की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे सकते हैं, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल सकते हैं।
अन्य लाभ: कोहलराबी में अनेक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और जीवनुनाशक गुण होते हैं, जो सेहत के लिए लाभकारी होते हैं।
कोहलराबी जूस और गुर्दे की पथरी:
मूत्र संचार: जैसा कि पहले ही बताया गया, कोहलराबी जूस मूत्र की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे सकता है। इससे छोटी पथरियाँ शरीर से बाहर निकल सकती हैं।
पथरी की रोकथाम: कोहलराबी जूस के सेवन से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ती है, जिससे मूत्र में संचय होने वाले अनावश्यक पदार्थों को बाहर निकाला जा सकता है।
सतर्कता:
हालांकि कोहलराबी जूस से गुर्दे की पथरी के इलाज में मदद हो सकती है, यह किसी भी प्रकार की पथरी को गायब करने वाली जादू की छड़ी नहीं है।
डॉक्टर की सलाह: अगर आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
संपूर्ण इलाज: कोहलराबी जूस को आधिकारिक तौर पर पथरी के इलाज के रूप में स्वीकृत नहीं किया गया है। इसे अन्य उपचारों के साथ मिलाकर प्रयोग किया जा सकता है।
निष्कर्ष:
कोहलराबी जूस के सेवन से गुर्दे की पथरी के इलाज में मदद हो सकती है, परंतु इसका सेवन किसी भी प्रकार की मेडिकल उपचार की जगह नहीं ले सकता है। इससे पहले कि आप कोहलराबी जूस का सेवन करें, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।