चिकोरी, जिसे Chicory भी कहा जाता है, एक प्रकार की ग्रीन पौधे की प्रजाति है, जिसे खाद्य और औषधीय उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। चिकोरी के फायदे कई साधारण स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में होते हैं, और इसमें गुर्दे की पथरी का इलाज भी शामिल है।
चिकोरी क्या है?
चिकोरी एक परिवार का हिस्सा है जिसे Asteraceae कहा जाता है। इसकी पत्तियां, मूल और बीज आयुर्वेदिक औषधियों में उपयोग किए जाते हैं।
गुर्दे की पथरी क्या है?
गुर्दे की पथरी तब होती है जब गुर्दे में मिनरल और नमक की अधिकता संचित हो जाती है और यह थोस अवस्था में परिवर्तित हो जाती है। यह थोस पथरी के रूप में बन जाती है जो कि पीड़ादायक होती है और अनेक समस्याएँ पैदा कर सकती है।
चिकोरी और गुर्दे की पथरी:
मूत्र प्रवाह को बढ़ावा: चिकोरी में दिए जाने वाले औषधीय गुण मूत्र प्रवाह को बढ़ावा देते हैं, जिससे पथरी को निकालने में मदद मिलती है।
विषाक्त पदार्थों का निष्कासन: चिकोरी में डायूरेटिक गुण होते हैं जो शरीर से अधिक नमक और अन्य विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
उपशमन: चिकोरी के अंतिस्पास्मोडिक गुण पथरी से होने वाले दर्द को कम कर सकते हैं।
यद्यपि चिकोरी के फायदे होते हैं, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने चिकित्सक से परामर्श करें अगर आप इसे गुर्दे की पथरी के इलाज के रूप में उपयोग कर रहे हैं।
सावधानियां और सिफारिशें:
डॉक्टर से परामर्श: अगर आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
अधिक जल सेवन: पानी पीने से मूत्र प्रवाह बढ़ता है और पथरी का निर्माण कम होता है।
संतुलित आहार: संतुलित आहार सेवन करने से पथरी के जोखिम को कम किया जा सकता है।
अंत में, चिकोरी ग्रींस के औषधीय गुण गुर्दे की पथरी के इलाज में मददगार साबित हो सकते हैं, लेकिन इसका उपयोग चिकित्सक की सलाह और देखरेख में ही करें।