जैतून या जैतून का तेल, जिसे ओलिव ऑयल भी कहते हैं, वह एक प्राचीन समय से आयुर्वेदिक और अन्य चिकित्सा प्रणालियों में उपयोग किया जाता रहा है। इसके अनेक फायदे होते हैं, जिसमें से एक फायदा गुर्दे की पथरी का इलाज करने में इसकी सहायता भी शामिल है।
जैतून के तेल में मौजूद मोनोअनसैटुरेटेड फैटी एसिड्स शरीर के लिए लाभकारी होते हैं, जिससे यह शरीर के अंदर की चर्बी को घटाने में मदद करता है। इसके अलावा, जैतून के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लैमेटरी गुण भी होते हैं।
गुर्दे की पथरी की समस्या के संबंध में, जैतून तेल निम्नलिखित तरीकों से मदद कर सकता है:
उपचारपूर्व निवारण: जैतून के तेल का सेवन करने से शरीर में से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं, जिससे गुर्दे स्वस्थ रहते हैं। यह तेल गुर्दे के संचार तंतु को साफ करता है, जिससे पथरी की संभावना कम होती है।
एंटी-इंफ्लैमेटरी गुण: गुर्दे की पथरी से उत्पन्न सूजन को जैतून के तेल के एंटी-इंफ्लैमेटरी गुण कम कर सकते हैं।
पेशाब का प्रवाह बढ़ाना: जैतून तेल पेशाब के प्रवाह को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिससे पथरी को शरीर से बाहर निकाला जा सकता है।
दर्द और आराम: गुर्दे की पथरी से होने वाले दर्द में जैतून तेल का मालिश करने से आराम मिल सकता है।
यद्यपि जैतून तेल के इस उपयोग को लेकर अनेक अध्ययन हो चुके हैं, फिर भी इस पर पूरी तरह से विश्वास करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
कुछ लोगों में जैतून तेल का सेवन या इससे मालिश करने पर एलर्जी की समस्या हो सकती है, इसलिए इसे पहली बार प्रयोग करते समय सतर्क रहना चाहिए।
अंत में, जैतून तेल गुर्दे की पथरी के इलाज में मददगार हो सकता है, लेकिन यह किसी भी तरह से पारंपरिक चिकित्सा का स्थान नहीं ले सकता। अगर आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी है, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लें।