ज्वार (Sorghum) एक प्रकार का अनाज है जिसे भारत में विशेष रूप से उत्तराधिकृत प्रदेशों में उगाया जाता है। इसका उपयोग भारतीय रसोई में विभिन्न प्रकार की रोटियों और नाश्ते में किया जाता है। ज्वार में साइटोकिनिन, फाइबर, विटामिन्स और खनिज जैसे पोषक तत्व होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है, जिसमें गुर्दे में ठोस अवशेष जमा हो जाते हैं। ये पथरी अलग-अलग आकार और प्रकार की हो सकती हैं। अगर पथरी छोटी है, तो यह अपने आप पेशाब के साथ बाहर निकल सकती है, लेकिन अगर यह बड़ी है, तो इसे निकलने के लिए चिकित्सा उपाय की जरूरत होती है।
ज्वार के आटे का सेवन करने से गुर्दे की पथरी का इलाज हो सकता है, यह एक लोकप्रिय घरेलू उपाय है। ज्वार का आटा दिलुते पेशाब को प्रोत्साहित करता है, जिससे पथरी आसानी से बाहर निकल सकती है। इसके अलावा, ज्वार में पाए जाने वाले पोषक तत्व पथरी के निर्माण को रोकने में मदद करते हैं।
ज्वार आटे का सेवन कैसे करें:
ज्वार का आटा लें और इसे पानी में अच्छे से मिलाकर पी लें।
इसे प्रतिदिन सुबह खाली पेट पीने से फायदा हो सकता है।
ज्वार की रोटी भी खा सकते हैं।
यद्यपि ज्वार का आटा गुर्दे की पथरी के लिए एक प्राकृतिक उपाय है, फिर भी यदि आपको लगता है कि आपको पथरी है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। चिकित्सक ही आपको बता सकते हैं कि पथरी कितनी बड़ी है और इसका सही उपचार क्या होगा।
अंत में, ज्वार आटे का सेवन करने से गुर्दे की पथरी को रोकने और इसके उपचार में मदद मिल सकती है, लेकिन यह एक वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित उपाय नहीं है। इसलिए, यदि आपको गुर्दे की पथरी की समस्या हो तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।