Kidney Stones : जौ की चाय से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 9, 2023
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गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है, जिससे अनेक लोग प्रभावित होते हैं। यह समस्या तब होती है, जब गुर्दे में मिनरल्स और नमक के कण जम जाते हैं और पथरी बना देते हैं। इससे शारीरिक दर्द, पेशाब के समय दर्द, खून आने जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
तो चलिए, जानते हैं कि कैसे जौ की चाय इस समस्या में सहायक हो सकती है:
1. जौ की चाय क्या है?
जौ एक प्रकार का अनाज है जिसे बार्ली (Barley) के नाम से भी जाना जाता है। जौ की चाय बनाने के लिए जौ के दानों को उबालकर उसका पानी पिया जाता है।
2. जौ की चाय के फायदे:
शोधन प्रक्रिया: जौ में डायटरी फाइबर पाया जाता है, जो पेट साफ़ करने में मदद करता है और तरल पदार्थों का प्रवाह बढ़ाता है, जिससे पथरी का जोखिम कम होता है।
जल निकासी: जौ की चाय में वाटर डायूरेटिक गुण होते हैं, जिससे पेशाब की मात्रा बढ़ती है और पथरी के कण शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
3. कैसे पिएं जौ की चाय:
जौ के दानों को अच्छे से धोकर पानी में उबालें। उसके बाद उस पानी को छानकर पी लें। आप इसे दिन में 2-3 बार पी सकते हैं।
4. सावधानियाँ:
हालांकि जौ की चाय पीने से फायदा हो सकता है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए। अधिक मात्रा में पेशाब आ सकता है जिससे शरीर के अन्य मिनरल्स की कमी हो सकती है।
5. अंतिम विचार:
जबकि जौ की चाय से फायदा हो सकता है, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने डॉक्टर से परामर्श करें अगर आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी हो सकती है। चाय केवल एक सहायक उपाय हो सकती है और यह वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नहीं है कि यह पथरी को पूरी तरह से निकाल सकता है।
अधिकतर, सही आहार और जीवनशैली के माध्यम से ही गुर्दे की पथरी का जोखिम कम किया जा सकता है। यदि आप जौ की चाय पीते हैं तो उम्मीद है कि यह आपके लिए फायदेमंद हो, लेकिन यह विचार में रखना महत्वपूर्ण है कि यह एक सहायक उपाय है, और आपको अन्य उपायों और डॉक्टर की सलाह की भी जरूरत हो सकती है।