गुर्दे की पथरी एक सामान्य समस्या है, जिससे कई लोग प्रभावित होते हैं। यह समस्या जब गुर्दे में छोटे पत्थर जैसे कठोर टुकड़े बन जाते हैं, तो होती है। यह पथरी अधिकतर कैल्शियम, ऑक्सलेट, या यूरिक एसिड से बनी होती है। कुछ आहार और जीवनशैली संबंधित फैक्टर्स से इसका जोखिम बढ़ सकता है।
अब सवाल उठता है कि दही गुर्दे की पथरी का इलाज में कैसे मदद कर सकता है? दही में प्रोबियोटिक्स होते हैं, जो पेट और आंत के लिए अच्छे होते हैं। वे शरीर में सही पाचन प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
दही और गुर्दे की पथरी:
प्रोबियोटिक्स: दही में पाए जाने वाले प्रोबियोटिक्स शरीर में अच्छी पाचन प्रक्रिया को समर्थन देते हैं। अच्छा पाचन प्रक्रिया से शरीर में अनावश्यक पदार्थ और टॉक्सिन्स का निर्वासन होता है, जिससे पथरी के जोखिम को कम किया जा सकता है।
कैल्शियम: दही में कैल्शियम होता है, जो ऑक्सलेट से जुड़कर उसे पाचन प्रक्रिया में बांध सकता है, जिससे यह अस्तित्व में नहीं आता। इससे पथरी का जोखिम कम होता है।
पानी और तरलता: दही में पानी की अच्छी मात्रा होती है, जिससे यह मूत्र में सामान्यत: मौजूद उपाधीयों को घुलाने में मदद करता है।
सतर्कताएं:
हालांकि दही में कुछ लाभ हो सकते हैं, यह महत्वपूर्ण है कि आप इसे एक विशेष इलाज के रूप में न देखें। यदि आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
उपसंहार:
दही उसके प्रोबियोटिक, कैल्शियम और अन्य उपाधीयों की वजह से गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम कर सकता है। हालांकि, यह विशेष रूप से पथरी का इलाज करने के लिए नहीं है, और यदि किसी को पथरी की समस्या हो, तो वे तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें।