गुर्दे की पथरी की समस्या आजकल बहुत आम हो गई है। पथरी तब बनती है जब गुर्दे में उपस्थित मिनरल्स और नमक के कण एक साथ जम जाते हैं। इससे व्यक्ति को अधिक पीड़ा होती है। कई घरेलू उपचार और आयुर्वेदिक उपाय हैं जो पथरी के इलाज में सहायक होते हैं। इनमें से एक है बार्ली ग्रास।
बार्ली ग्रास क्या है?
बार्ली ग्रास अनाज बार्ली के पौधे की ताजगी को दर्शाती है। यह हरा रंग की घास होती है जिसमें सेहत के लिए अनेक गुण होते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होता है।
बार्ली ग्रास के फायदे:
डिटॉक्सिफिकेशन: बार्ली ग्रास में एंटीऑक्सीडेंट्स की उचित मात्रा होती है जो शरीर से ज़हरीले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि: इसमें विटामिन C और ई होते हैं जो प्रतिरोधक शक्ति को मजबूती प्रदान करते हैं।
आंत साफ करना: यह आंत को साफ और स्वस्थ रखने में मदद करता है।
बार्ली ग्रास और गुर्दे की पथरी:
बार्ली ग्रास गुर्दे की पथरी के इलाज में कैसे मदद करता है, इस पर स्पष्ट रूप से अध्ययन नहीं हुए हैं, लेकिन कई लोग इसके पॉजिटिव प्रभाव की बात करते हैं।
डिटॉक्सिफिकेशन: बार्ली ग्रास शरीर में जमा होने वाले अनवांछित पदार्थों को बाहर निकाल सकता है। यह गुर्दों को साफ करने में मदद कर सकता है जिससे पथरी का जोखिम कम होता है।
प्रतिरोधक शक्ति: बार्ली ग्रास सेहत के लिए फायदेमंद है और यह शरीर की प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, जिससे पथरी होने का जोखिम कम होता है।
सेवन विधि:
आमतौर पर बार्ली ग्रास का पाउडर मिलता है जिसे पानी में मिलाकर पी सकते हैं। यदि आप इसे रोजाना सेवन करते हैं, तो इससे गुर्दे स्वस्थ रह सकते हैं।
सावधानियां:
बार्ली ग्रास का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।
अधिक मात्रा में सेवन से बचें।
निष्कर्ष: जबकि बार्ली ग्रास के अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं, इसका सीधा संबंध गुर्दे की पथरी के इलाज से नहीं है। फिर भी, इसका सेवन सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। यदि आप पथरी से पीड़ित हैं, तो चिकित्सकीय सलाह जरूर लें। बार्ली ग्रास एक पूरक उपाय हो सकता है, लेकिन यह प्रमुख इलाज नहीं है।