गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है, जिसमें गुर्दे में छोटे पत्थर जैसे कठिन ठोस पदार्थ बन जाते हैं। ये पथरी अधिकतर कैल्शियम, ऑक्सलेट, फॉस्फेट और अन्य मिनरल्स से बनती हैं। यदि यह पथरी छोटी होती है, तो यह अधिकांश समय दर्द और असहजता के बिना निकल जाती है, लेकिन बड़ी पथरी से समस्याएँ हो सकती हैं।
आजकल अनेक प्राकृतिक उपायों को इस समस्या के इलाज के लिए प्रयोग किया जा रहा है। मेथी (Fenugreek) को भारतीय रसोई में मसाले के रूप में प्रयोग किया जाता है, और इसके अनेक स्वास्थ्य लाभ भी हैं। मेथी स्प्राउट्स भी पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य के लाभ के लिए प्रमोट किए जा रहे हैं।
मेथी स्प्राउट्स और गुर्दे की पथरी:
प्राकृतिक वाटर सॉफ्टनर: मेथी के बीज में पाया जाने वाला न्यूट्रिशनल तत्व न्यूट्रिसिड पानी को मुलायम बनाने में मदद करता है, जिससे पथरी नहीं बनती।
विष को बाहर निकालने में मदद: मेथी स्प्राउट्स में पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुर्दों को साफ करने और उनमें संचय हो रहे विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
प्रोतीन और फाइबर: मेथी स्प्राउट्स में प्रोतीन और फाइबर अच्छी खासी मात्रा में होते हैं, जो पाचन और उर्जा प्रदान में मदद करते हैं, और गुर्दों को सही से कार्य करने में भी मदद करते हैं।
ऑक्सलेट को नियंत्रित करना: आधुनिक अध्ययनों में पाया गया है कि मेथी उरिन में ऑक्सलेट की मात्रा को कम कर सकता है, जिससे पथरी का जोखिम कम होता है।
कैसे प्रयोग करें?
मेथी के बीज को भिगोकर रख दें और २-३ दिन तक उन्हें अंकुरित करें। जब वे अच्छी तरह से अंकुरित हो जाएं, तो उन्हें रोजाना सेवन कर सकते हैं।
आप मेथी स्प्राउट्स को सलाद, सूप, या संबल में मिलाकर भी खा सकते हैं।
निष्कर्ष:
हालांकि मेथी स्प्राउट्स के अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन इसे पथरी के इलाज के रूप में प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना अवश्यक है। अगर आपको गुर्दे की पथरी की समस्या है, तो केवल मेथी स्प्राउट्स ही पर्याप्त नहीं होते; आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप संपूर्ण चिकित्सा पारंपरिक तरीके से भी प्राप्त कर रहे हैं।